गुजरात यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों से मारपीट के मामले में राज्य सरकार ने अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई का आदेश दिए हैं. अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जी.एस. मलिक ने गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी ली. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि गुजरात यूनिवर्सिटी में 300 विदेशी छात्र पढ़ाई करते हैं.
पुलिस कमिश्नर ने विवाद के कारणों का खुलासा करते हुए कहा कि कैंपस में ये झगड़ा नमाज पढ़ने को लेकर शुरू हुआ था. उन्होंने कहा, 'हॉस्टल के A ब्लॉक में 75 विदेशी विद्यार्थी रहते हैं. रात को 10.30 बजे हॉस्टल कैंपस में नमाज पढ़ रहे थे तभी 25 लोग बाहर से आए और उन्हें बाहर नमाज पढ़ने से रोकने लगे. इसी बात को लेकर झगड़ा और तोड़फोड़ शुरू हो गई.' जानकारी के मुताबिक रमजान में रात के समय A ब्लॉक में तरावीह के दौरान सामने B ब्लॉक से तीन छात्रों ने आकर इसका विरोध किया था लेकिन उसके बाद वहां भीड़ पहुंच गई और हमला शुरू कर दिया.
जांच के लिए बनाई गई 9 टीमें
पुलिस कमिश्नर जी.एस. मलिक ने कहा, 'कैंपस में झगड़ा शुरू होने के बाद रात 10 बजकर 51 मिनट पर पुलिस को फोन किया गया और 10 बजकर 56 मिनट पर पुलिस की टीम पहुंची. राज्य के गृह मंत्री के आदेश पर घटना की जांच के लिये 9 टीमें बनाई गई हैं. 4 क्राइम ब्रांच और 5 DCP की टीम तैयार की गई है.
अधिकारी ने कहा कि विदेशी छात्रों पर हमले को लेकर एक आरोपी की पहचान की गई है और अन्य तक भी पुलिस जल्द पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा, स्थिति नियंत्रण में है, और डरने की कोई जरूरत नहीं है. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस घटना के बाद तजाकिस्तान और श्रीलंका का एक-एक छात्र अस्पताल में है.
इस घटना को लेकर कई वीडियो सामने आया है जिसमें एक युवक को थप्पड़ भी मारा गया है, पुलिस अभी उसकी जांच कर रही है. राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने पुलिस को इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. गुजरात यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में इस घटना को लेकर एफआईआर भी दर्ज की गई है जिसमें 25 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
गृह राज्य मंत्री ने दिए कड़ी कार्रवाई के आदेश
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने इस घटना को लेकर सुबह मीटिंग भी बुलाई थी. उन्होंने DG और CP को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए थे. बता दें कि गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अफगानिस्तान, उज़बेकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, सीरिया और अफ्रीकी देश के विद्यार्थी रहकर पढ़ाई करते हैं. हॉस्टल में रहने वाले विदेशी विद्यार्थियों ने कहा हम यहां पढ़ाई करने आते है. अगर यही हालत है तो सरकार वीजा न दे.
पीड़ित छात्रों ने कहा कि हॉस्टल के कमरों में घुसकर उनकी पिटाई की गई. लैपटॉप, एसी, अलमारी, टेबल, दरवाज़े, म्यूजिक सिस्टम में तोड़फोड़ की गई है. विदेशी छात्रों ने कहा, 'हम यहां तमाम त्योहारों में हिस्सा लेते हैं, सब हमारे भाई ही है लेकिन ये उम्मीद नहीं थी.
यूनिवर्सिटी के वीसी ने क्या कहा?
वहीं इस घटना को लेकर गुजरात यूनिवर्सिटी के कुलपति नीरजा गुप्ता ने कहा, 'अलग-अलग धर्म के कई देश के बच्चे गुजरात यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं. शनिवार की रात को विदेशी छात्र और बाहर के कुछ लोगो के बीच संघर्ष हुआ जिसमें उन्हें चोट भी आई है.'
कुलपति ने कहा, यूनिवर्सिटी की तरफ से रात में ही FIR दर्ज करवा दी गई थी और सरकार की तरफ से भी कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. पुलिस ने गंभीरता से पूरे मामले में जांच की है, यूनिवर्सिटी की तरफ से जो भी जरूरी कार्रवाई होगी वो हम करेंगे.
उन्होंने कहा, 'हमला किसने किया ये स्पष्ट रूप से कहना मुश्किल है, पुलिस जांच कर रही है. ये सिर्फ नमाज का मामला नहीं था, पूरी सिक्योरिटी का मामला है. कुलपति से जब छात्रों के फिर से नमाज पढ़ने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ये एक कल्चरल ओरिएंटेशन का मामला है, संस्कृति के मुताबिक़ उनके साथ बैठकर बात करेंगे, कैंपस के नियमानुसार उन्हें अनुमति देंगे.'