गुजरात की सूरत पुलिस ने हत्या के फरार आरोपी को 24 साल बाद गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि शायद आरोपी अभी भी नहीं पकड़ा जाता. मगर, उसने मोबाइल इस्तेमाल करने के लिए उसे ऑन किया था. उसकी लोकेशन हमें मिली और आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने बताया कि पांडेसरा पुलिस थाना क्षेत्र के राधिका डाइंग कपड़ा मिल में 24 साल पहले राजू बलराम और कैलाश उर्फ कालिया केवट काम करता था. दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था. 15 सितंबर 1999 को इस झगड़े में बीच-बचाव करने साथी कर्मचारी विपिन माधव मिश्रा आया.
पुलिस ने बताया कि विपिन ने कैलाश को समझाने का प्रयास किया था, लेकिन कैलाश ने विपिन मिश्रा पर लकड़ी का फटका से हमला कर दिया. गंभीर घायल विपिन की मौत हो गई थी. विपिन की हत्या करने के बाद आरोपी सूरत से भाग निकला था. तभी से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी हई थी.
आरोपी मध्य प्रदेश के रीवा बेचने लगा मछली
सूरत पुलिस के मुताबिक, आरोपी सूरत से भागकर एमपी के रीवा जिले में आ गया था. यहां पर पहचान छुपानकर दुलहारा गांव में मछली बेचना शुरू कर दिया था. उसकी तलाश जारी थी. इसी दौरान कैलाश के रीवा में होने की जानकारी मिली. पुलिस टीम उसे पकड़ने के लिए दुलहारा गांव की मछली मार्केट पहुंची. मगर, आरोपी वहां पर नहीं मिला. वहां मौजूद लोगों से कैलाश का मोबाइल नंबर मिल गया था.
24 साल बाद मोबाइल नंबर से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने आगे बताया कि कैलाश का नंबर सर्विलांस पर लगाया गया था जो कि लगातार बंद आ रहा था. इसी बीच कैलाश ने अपनी फोन ऑन किया. उसकी लोकेशन की जानकारी मिली. पता चला कि वह सूरत में ही है. लोकेशन पर पहुंचकर कैलाश को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने देखा कि रीवा में मछली बेचने का काम करने वाला कैलाश सूरत में ऑटो रिक्शा ड्राइवर है. सूरत के कडोदरा इलाके में पकड़ा गया कैलाश यहां पर बदले हुए नाम के साथ काम कर रहा था.
मामले में डीसीपी ने कही ये बात
डीसीपी विजय सिंह गुर्जर ने बताया कि 24 साल पहले हत्या कर भागने वाले आरोपी कैलाश उर्फ कालिया केवट को पकड़ने में पांडेसरा थाना पुलिस सफलता हासिल की है. पुलिस ने उसका मोबाइल ट्रेस करना शुरू कर दिया था और लोकेशन ट्रेस होते ही उसे पकड़ लिया. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.