अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने फर्जी भारतीय दस्तावेजों के साथ अहमदाबाद में रह रहे 48 बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया है. साथ ही अहमदाबाद क्राइम ब्रांच करीब 200 बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ कर रही है. फर्जी दस्तावेजों के जरिए अहमदाबाद में रह रहे सभी बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
दरअसल, बांग्लादेशी नागरिक पिछले कई सालों से अहमदाबाद के चंदोला तालाब, कुबेरनगर, सरदारनगर, नरोदा पाटिया, नाना चिलोदा, शाह आलम इलाकों में रह रहे हैं. अहमदाबाद पुलिस पिछले तीन महीने से विशेष अभियान चलाकर उन सभी बांग्लादेशियों की जांच कर रही है, जो फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और पैन कार्ड बनाकर अहमदाबाद में अवैध रूप से रह रहे हैं.
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अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के एसीपी भरत पटेल ने कहा, शहर में रह रहे बांग्लादेशियों समेत उन सभी लोगों की जांच की जा रही है, जो रहने के लिए अधिकृत नहीं हैं और जिन्होंने फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और पैन कार्ड बनवाए हैं. कुछ समय पहले हमने दो मामले दर्ज किए थे और आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. इसी को आगे बढ़ाते हुए हमने शहर के 5 से 7 इलाकों में विशेष अभियान चलाया और अवैध रूप से रह रहे लोगों की जांच कर रहे हैं.
अवैध रूप से रह रहे 48 बांग्लादेशियों की हुई पहचान
एसीपी भरत पटेल ने बताया कि फिलहाल अवैध रूप से रह रहे 48 बांग्लादेशियों की पहचान की गई है. इन सभी के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं. इन सभी के पास बांग्लादेश के प्रमाण पत्र मिले हैं. इनके मोबाइल से भी बांग्लादेशी होने के सबूत मिले हैं. फिलहाल 200 से ज्यादा लोगों पूछताछ की जा रही है. इन सभी लोगों के दस्तावेजों समेत सबूतों की जांच जारी है. अभी जिन 48 बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया गया है, उनमें 32 पुरुष, 8 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. इन सभी की जांच के लिए हमने सैटेलाइट इमेज की मदद ली, जिसके जरिए हमने देखा कि हाल के दिनों में कहां-कहां अवैध अतिक्रमण बढ़ा है और ऐसी जगहों पर रहने वालों की जांच शुरू की.
फर्जी दस्तावेज बनाने वाले दो लोग गिरफ्तार
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच द्वारा हिरासत में लिए गए 48 लोगों की बात करें तो इनमें से कुछ लोग पिछले 10 साल से 6 महीने से अहमदाबाद में रह रहे हैं. ये बांग्लादेशी छोटे-मोटे काम करते हैं. जैसे बांस के उत्पाद बनाते हैं, भीख मांगते हैं और महिलाओं को वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर करते हैं. ये सभी बांग्लादेश की महिलाओं से शादी करके उन्हें अपने साथ लाते हैं और यहां वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलते हैं. एसीपी भरत पटेल ने बताया, हमारी जांच शुरू होने की जानकारी मिलने के बाद कुछ लोग फरार हो गए हैं. हमने इन सभी बांग्लादेशियों के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने वाले दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है.