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तलाक के बाद बीवी को गुजारे के लिए दिए 10 हजार के सिक्के

तलाक के बाद बीवी को गुजारा भत्ता देने के लिए बहस से लेकर चर्चा और कोर्टरूम की सुनवाई कोई नई बात नहीं है. लेकिन बुधवार को अहमदाबाद में एक अलग ही वाकया देखने को मिला. यहां एक पति ने अपनी अलग हो चुकी पत्नी को गुजारा भत्ता के तौर पर 10 हजार रुपये दिए, लेकिन गुस्सा ऐसा कि उसने यह पूरी रकम चिल्लर यानी सिक्कों के रूप में अदा किए.

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पत्नी से परेशान चल रहा था पति
पत्नी से परेशान चल रहा था पति

तलाक के बाद बीवी को गुजारा भत्ता देने के लिए बहस से लेकर चर्चा और कोर्टरूम की सुनवाई कोई नई बात नहीं है. लेकिन बुधवार को अहमदाबाद में एक अलग ही वाकया देखने को मिला. यहां एक पति ने अपनी अलग हो चुकी पत्नी को गुजारा भत्ता के तौर पर 10 हजार रुपये दिए, लेकिन गुस्सा ऐसा कि उसने यह पूरी रकम चिल्लर यानी सिक्कों के रूप में अदा किए.

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अहमदाबाद की फैमिली कोर्ट में सिक्कों की थैली लेकर पहुचे पूर्व पति ने बताया कि वह पत्नी की मेंटेनेंस की मांग से परेशान हो चुका है और उसने इस वजह से यह कदम उठाया. पृथ्वीराज प्रजापति की अपनी पत्नी रमीलाबेन से बीते पांच वर्षों से नहीं बनती. बीते दिनों रमीला ने पृथ्वीराज पर मेंटेनेंस का मुकदमा ठोका था.

हर महीने चार हजार कमाता है पृथ्वीराज
पृथ्वीराज ने बताया कि वह महीने में बमुश्किल चार हजार रुपये ही कमा पाता है. कोर्ट ने उसे पत्नी को बीते कुछ महीनों से अभी तक का गुजारा भत्ता के तौर पर 10 हजार रुपये सौंपने का आदेश दिया. ऐसे में गुस्से में आकर वह बुधवार को 10000 रुपये के सिक्के लेकर कोर्टरूम पहुंच गया.

वकील संतोष पाल ने बताया, 'कोर्ट ने पृथ्वीराज को आदेश दिया था कि वो रमीला को 1500 रुपये हर महीने बतौर मेंटेनेंस दे, लेकिन कुछ समय से पृथ्वीराज ने वो पैसे नहीं दिए थे. बुधवार को पृथ्वीराज कोर्टरूम में 1 रुपये, 2 रुपये, 5 रुपये और 10 रुपये के सिक्कों के साथ पहुंच गया. हालांकि, कोर्ट ने रमीला को ये पैसे लेने के लिए कहा, लेकिन साथ ही पृथ्वीराज को भी हिदायत दी कि वो आगे से इस तरह चिल्लर लेकर कोर्ट में ना आए.

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