अहमदाबाद की साबरमती नदी में 23 साल की आयशा ने 28 फरवरी को शादी के 3 साल बाद कूदकर जान दे दे. इसका वीडियो तेज से वायरल हो रहा है. आयशा की मौत को लेकर मंगलवार को पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए उसके पति आरिफ को राजस्थान के पाली से गिरफ्तार किया है.
मगर सवाल सामाजिक व्यवस्था पर खड़े हो रहे हैं जहां बेटियां दहेज को लेकर जान गंवा देती हैं. आयशा ने आत्महत्या करने से पहले अपना एक वीडियो बनाया और कहा था कि दहेज के लिए उससे मारपीट की जाती थी. उसी वीडियो के वायरल होने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
आयशा मामले में ओवैसी ने कहा कि उस बच्ची का वीडियो देखा. दहेज के लालच को खत्म करना चाहिए. बीवी पर जुल्म करना मर्दानगी नहीं है. बीवी को मारना मर्दानगी नहीं है. बीवी से पैसे मांगना भी मर्दानगी नहीं है, और जो ये करता है वो मर्द कहलाने के लायक नहीं है.
औवेसी ने साफ शब्दों में दहेज उत्पीड़न का विरोध किया. उऩ्होंने कहा कि इस्लाम में दहेज जैसा शब्द ही नहीं है. हमारे आका ने जब बेटी की शादी की थी तो मिट्टी के बरतन दिए थे, लेकिन ये लोग दहेज के लोभी हैं जिन्होंने दहेज को एक धंधा बना दिया है.