यौन शौषण के मामले में जोधपुर की जेल में बंद आसाराम की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं. क्राइम ब्रांच ने आसाराम को ट्रांजिट वारंट से अहमदाबाद लाने की कार्यवाही शुरू कर दी है. क्राइम ब्रांच आसाराम से राजू चंदोक की हत्या के मामले में पुछताछ करना चाहती है.
दरअसल, अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के SOG ने आसाराम के पूर्व साधक और गवाह की हत्या व हमले के आरोप में पकड़े गए आरोपी कार्तिक हलदर के खिलाफ 13 जून को कोर्ट में चार्जशीट फाइल की है. जिसमें राजू चंदोक पर हमले का आरोपी आसाराम को बताया गया है. इसी मामले में आगे पुछताछ के लिए क्राइम ब्रांच आसाराम को अहमदाबाद लाना चाहती है.
आसाराम को बचाने के लिए किया था गवाहों का कत्ल
कार्तिक वही शख्स है जिस पर अब तक आसाराम और नारायण साईं के खिलाफ मामलों के गवाहों पर हमले करने का आरोप है. उन गवाहों पर गोली चलाने वाला शार्प शूटर खुद कार्तिक ही था. कार्तिक पर आसाराम के रसोइए अखिल यादव, वैद्य अमृत प्रजापति और कृपाल सिंह की हत्या का आरोप है. जिन्हें कार्तिक ने गोली मारी थी. इसके अलावा महेंद्र चावला, लाला ठाकोर, राजू चंदोक और ओम प्रकाश प्रजापति की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है.
आसाराम को मानने लगा था भगवान
कार्तिक आसाराम से जेल में मिलने भी गया था. हत्या और हत्या की साजिश को अंजाम देने वाला कार्तिक साल 2000 में दिल्ली में आसाराम का शिष्य बना था. इसके बाद वह आसाराम को भगवान मानने लगा और उसके लिए कातिल भी बन गया.
2009 में हुआ था राजू पर हमला
आसाराम पर उन्हीं के पूर्व साधक राजू चंदोक की हत्या की कोशिश का मामला दर्ज था. 6 दिसंबर 2009 को राजू चंदोक पर अहमदाबाद के साबरमती इलाके में गोली चलाई गई थी जिसमें आसाराम और उनके दो साधकों को आरोपी बताया गया था. हालांकि कार्तिक हलदर ने अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को दिए बयान में हमले की साजिश रचने की बात कबूल की थी.