अहमदाबाद पुलिस ने शेयर बाजार और गोल्ड में निवेश पर बड़ा मुनाफा देने का लालच देकर करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि मुख्य मास्टरमाइंड दुबई में बैठा है. 61 बैंक अकाउंट के जरिए 50 करोड़ का लेनदेन हुआ था, जिसमें से 36 अकाउंट के खिलाफ पहले से ही साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज थीं.
गैंग व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप बनाकर मासूम लोगों को शेयर बाजार और गोल्ड में निवेश का लालच देते थे. लोग जब निवेश करते, तो उनका पैसा नकली पहचान पर खोले गए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता था. ये अकाउंट पहले फ्रीज हो चुके होते, लेकिन गिरोह शिकायतकर्ताओं को पैसे देकर केस वापस लेने पर मजबूर करता और अकाउंट को दोबारा चालू करवा लेता था.
आरोपियों की गिरफ्तारी में मिले अहम सबूत
पुलिस ने चार आरोपी स्नेह उर्फ पिंटू सोलंकी, चिराग कड़िया, गोपाल प्रजापति और मुकेश दहिया को गिरफ्तार किया हैं. जांच में 53 बैंक चेकबुक, 42 डेबिट कार्ड, 29 सिम कार्ड, 15 क्यूआर कोड, 5 स्टांप और 3 पीओएस मशीन बरामद हुईं.
हवाला और आंगड़िया के जरिए दुबई भेजे जाते थे रुपये
गैंग नकली कंपनियों के नाम से बैंक अकाउंट खुलवाकर, उसमें ठगी के पैसे डालता और फिर हवाला व आंगड़िया के जरिए पैसे दुबई भेजता. कॉल सेंटर से शेयर बाजार और गोल्ड में निवेश का झांसा देकर लोगों को फंसाया जाता था. डीसीपी शिवम वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों पर आईटी एक्ट और साइबर फ्रॉड की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है.