अहमदाबाद में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. मानसिक रूप से बीमार एक शख्स ने आत्महत्या के लिए साबरमती नदी में छलांग लगा दी, लेकिन तकदीर को कुछ और ही मंजूर था. ये शख्स नदी के अंदर उगी हुई जंगली वनस्पति के बीच फंस गया. तीन दिन तक फंसा रहा. आज किसी की नजर उस पर पड़ी. इसके बाद उसे बचा लिया गया.
खास बात है कि मानसिक रूप से बीमार होने की वजह से शख्स ने मदद की गुहार भी नहीं लगाई. जिन लोगों ने उसे देखा, उन्हें लगा कि यह शख्स मछली पकड़ने आया होगा और फंस गया होगा. लोगों ने फायर बिग्रेड को सूचना दी. इसके बाद फायर बिग्रेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद शख्स को जिंदा बाहर निकाल लिया है.
शख्स ने अपना नाम त्रिलोक सिंह नकुम बताया है. हालांकि, वह अपने घर का पता ठीक से बता नहीं पा रहा है. फिलहाल उसे साबरमती नदी के पास स्थित हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया है. जहां उसका इलाज चल रहा है. इसके साथ ही आस-पास के इलाके में शख्स के परिजनों की तलाश की जा रही है.
पुलिस का कहना है कि स्थानीय लोग नदी में फेंकी जाने वाली चीजों को लेने के लिए उतरते है. लोगों को भी यही लग रहा था कि ये शख्स नदी में मच्छली या फेंकी जाने वाली चीज लेने के लिए नदी में गया होगा, लेकिन जब उसे फंसा देखा तो आवाज लगाई. फायरब्रिगेड की टीम ने जंगली वनस्पती में फंसे इस शख्स को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.