गुजरात के अहमदाबाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं एनएसयूआई के छात्र नेता निखिल सवानी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि इस हमले में बीजेपी नेताओं का हाथ है. जिसमें प्रदीप सिंह वाघेला, डॉ. रितवीज पटेल शामिल हैं.
एनएसयूआई नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे ऊपर छुरी और लाठियों से हमला किया गया. ये पूरी वारदात पुलिस के सामने हुई. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मौके पर मौजूद पुलिस भी मारपीट कर रहे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश नहीं कर रही थी. निखिल सवानी ने कहा कि पुलिस ने अभी तक उनकी तरफ से की गई कोई भी शिकायत दर्ज नहीं की है.
एनएसयूआई नेता ने कहा कि रुतविज पटेल, प्रदीप सिंह वाघेला और मनीष जैसे बीजेपी नेताओं के नाम शिकायत से निकालने का दबाव बनाया जा रहा है. डीसीपी ने कहा कि एनएसयूआई के कार्यकर्ता एबीवीपी के दफ्तर तक नहीं पहुंचे हैं. अगर पुलिस की ओर से सही तरीके से कार्रवाई नहीं हुई तो हम कोर्ट जाएंगे.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के सदस्यों के बीच मंगलवार को अहमदाबाद में झड़प हुई थी, जिसमें कम से कम 10 लोग घायल हुए थे. यह घटना तब हुई, जब दिल्ली के जेएनयू परिसर में रविवार की शाम छात्र-छात्राओं और कई प्राध्यापकों को नकाबपोश गुंडों से पिटवाए जाने के विरोध में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी कार्यालय को घेर लिया था.
जिसके बाद एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने इस घटना की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था. बता दें कि जेएनयू परिसर में रविवार को हुई हिंसक घटनाओं के कारण देश के अलग-अलग शहरों में कई विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन हुए.