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अहमदाबाद के पिराना में तीर्थधाम-दरगाह को लेकर झड़प, पथराव में 3 पुलिसकर्मी घायल 

अहमदाबाद ग्राम्य एसपी ओम प्रकाश जाट ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिसबल मौके पर भेजा गया. पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए पथराव करने वाले 30 लोगों को हिरासत में ले लिया. इसके साथ एसआरपी, असलाली पुलिस समेत अहमदाबाद ग्राम्य की पुलिस फोर्स मौके पर लगा दी गई है.

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पथराव की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला.
पथराव की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला.

अहमदाबाद के पिराना में स्थित निष्कलंकी नारायण तीर्थधाम-प्रेरणातीर्थ में स्थित दरगाह की विवादित जमीन को लेकर दो समुदाय के बीच पथराव हुआ है. इस विवादित जगह पर हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय अपना-अपना दावा करते रहे हैं. दोनों समुदाय के बीच हुए पथराव में तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 

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इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 30 लोगों को हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि पिराना में तीर्थधाम-प्रेरणातीर्थ स्थित दरगाह की जगह में छेड़छाड़ किए जाने के बाद विवाद हुआ. इससे पहले भी इस जगह पर दावे को लेकर हिंदू-मुस्लिम समुदाय के बीच विवाद चलता रहा है. 

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भारी पुलिसबल किया गया तैनात 

मगर, लेकिन इस बार हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच माहौल बिगड़ गया और मामला पथराव तक जा पहुंचा. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. मगर, मामला शांत होने से पहले तीन पुलिसकर्मी पथराव की चपेट में आने से घायल हो गए. 

अहमदाबाद ग्राम्य एसपी ओम प्रकाश जाट ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिसबल मौके पर भेजा गया. पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए पथराव करने वाले 30 लोगों को हिरासत में ले लिया. इसके साथ एसआरपी, असलाली पुलिस समेत अहमदाबाद ग्राम्य की पुलिस फोर्स मौके पर लगा दी गई है. फिलहाल पुलिस ने पूरे इलाके में शांति व्यवस्था कायम कर दी है. 

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हाई कोर्ट ने खारिज की थी पीआईएल 

बताते चलें कि गुजरात हाई कोर्ट ने इससे पहले एक पंजीकृत वक्फ निकाय और ट्रस्ट सुन्नी अवामी फोरम द्वारा दायर एक जनहित याचिका को खारिज कर दिया था. इसमें 600 साल पुराने पीर इमाम शाह बावा दरगाह और उसके आसपास के कथित धर्मांतरण के संबंध में अदालत के दखल की मांग की गई थी. उनका दावा था कि अहमदाबाद शहर के पास पिराना गांव में मुस्लिम धार्मिक स्थलों को हिंदू धार्मिक स्थलों में बदल दिया गया है. 

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