नोटबंदी के बाद अब दूध के सबसे बड़े दूग्ध उत्पादक सहकारी मंडल अमूल ने फैसला लिया है कि अब से वो अपने सभी दूध उत्पादकों को सीधे उनके एकाउंट में ही पेमेंट करेगा.
इस बारे में जानकारी देते हुए अमूल यानी गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के चेयरमैन जोठाभाई पटेल ने कहा कि सरकार के नोटंबदी के आदेश के बाद ये कदम उठाया गया है. अब तक अमूल दूध देने वाले 60 प्रतिशत लोगों का एकाउंट खुल चुके है, जबकि बाकि बचे 40 प्रतिशत लोगों का खाता भी जल्द ही खोला जाएगा.
जेठाभाई पटेल का कहना है कि GCMMF अमूल के साथ 18 दूग्ध उत्पादक डेरी से जुड़ी हुई है, जिस के तहत 450 करोड़ रुपये हर हफ्ते 36 लाख दूध उत्पादक को मुहैया करवाया जाता है.