बारह साल की लड़की से करीब डेढ़ साल पहले हुए रेप और हत्या के मामले में कोर्ट ने आरोपी को फांसी की सजा सुनाई है. मामला 2020 में बनासकांठा जिले के दांतीवाड़ा इलाके का है. 12 वर्षीय विकलांग के साथ दुष्कर्म के मामले में उसका चचेरा भाई ही दोषी निकला है. आरोपी का नाम नितिन माली है.
पुलिस के मुताबिक नितिन ने दुष्कर्म के बाद अपनी चचेरी बहन की क्रूर तरीके से हत्या कर दी थी. इस पूरे मामले में डीसा शहर के एडिशनल सेशन जज बीजी दवे ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया. पब्लिक प्रोसिक्यूटर सीजी राजपूत और एडवोकेट कपूरजी माली ने हत्यारे को फांसी देने की थी मांग की थी. कोर्ट के फैसले के बाद पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने न्यायपालिका का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हमें आज सही मायने में न्याय मिला है.
परिवार ने की थी लापता होने की शिकायत
बता दें कि साल 1 अक्टूबर 2020 को दांतीवाड़ा पुलिस को मोटी भाखर गांव के पास बने तालाब के पास क्षत-विक्षत शव मिला था. एक दिन पहले इलाके से एक 12 साल की बच्ची के लापता होने की शिकायत मिली थी. पुलिस को शव से कुछ दूरी पर बच्ची का कटा हुआ सिर भी मिला था. जांच करने पर पुष्टि हुई कि शव लापता लड़की का ही था. पुलिस ने आनन-फानन में मामले की जांच शुरू की और सुराग के लिए आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज चेक किए.
मामला उजागर होने के डर से कर दी हत्या
पुलिस ने जब सीसीटीवी खंगाले तो लड़की का चचेरा भाई नितिन माली (25) पीड़िता के साथ बाइक पर जाते हुए नजर आया. प्राथमिक जांच में जानकारी मिली कि नितिन ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया और बाद में मामला उजागर होने के डर से उसका सिर काटकर हत्या कर दी. अब डेढ़ साल के बाद इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है.