गुजरात के राजकोट में एक ही परिवार के 5 लोगों ने सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में खुद को आग लगा ली. इस घटना में जहां 3 लोगों की मौत हो गई वहीं 2 को गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया है.
आत्मदाह करने वाला परिवार नगर निगम की ओर से चलाए जा रहे अतिक्रमण अभियान का विरोध कर रहा था. अपना घर टूटने से नाराज परिवार के लोग नगर निगम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन बाद में सभी ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली. कांग्रेस ने इस घटना के विरोध में आज राजकोट बंद का एलान किया है.
पुलिस ने बताया कि शहर के रैया धर के निकट छोटू नगर में रहने वाले पांच लोगों ने निगम के मध्य जोन के दफ्तर में अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली. मूल रूप से नेपाल के रहने वाले इन लोगों को राजकोट सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया.
पुलिस आयुक्त एच पी सिंह ने बताया कि छोटू नगर सहकारी आवासीय समिति और परिवार के बीच विवाद के कारण यह घटना घटी. परिवार पिछले कुछ समय से इलाके में रह रहा था. उनका घर कथित तौर पर अनाधिकृत निर्माण के दायरे में आता है और सोसायटी ने उन्हें वहां से हटाने के लिए निगम से कई बार मांग की थी. मामला अदालत में है.
घटना के बाद नाराज भीड़ ने राज्य परिवहन की एक बस को आग के हवाले कर दिया वहीं विपक्षी कांग्रेस ने गुरुवार को बंद का आह्वान किया है.
महापौर जनक कोटक ने कहा कि नगर निगम का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है और उसकी घर को गिराने की कोई योजना नहीं थी. कोटक ने कहा कि निगम मामले की जांच करेगा और घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. हालांकि विपक्षी कांग्रेस ने नगर निगम पर खराब रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
शहर कांग्रेस अध्यक्ष जशवंत भाटी ने कहा, ‘हमने गुरुवार को राजकोट बंद का आह्वान किया है. नगर निगम परिवार की जमीन को हड़प नहीं सकता क्योंकि यह निजी जमीन है.’ राकांपा की शहर इकाई ने भी बंद में समर्थन के लिए कहा है.