बिलकिस बानो के गुनहगारों को गुजरात सरकार के जरिए माफी दिए जाने को लेकर अब विवाद बढ़ता जा रहा है. एक ओर जहां कांग्रेस सभी 11 आरोपियों को गुजरात सरकार के जरिए माफी दिए जाने को रद्द करने की मांग कर रही है. तो वहीं दूसरी तरफ जिग्नेश मेवानी ने अब बिलकिस बानो के लिए न्याय की गुहार के साथ पदयात्रा निकालने की तैयारी की है. इस यात्रा में अलग अलग सामाजिक संस्था से जुड़े लोग जुड़ने वाले हैं.
जिग्नेश मेवानी का कहना है कि बिलकिस बानो जैसी हर महिला को न्याय मिलना चाहिए. इसी वजह से ऐसी यात्रा निकालने की तैयारी की जा रही थी. ये यात्रा उन लोगों की है जिनके मन में अभी भी न्याय आस जगी हुई है. जिग्नेश मेवानी के साथ-साथ इस यात्रा में कई ऐसे लोग भी जुड़ेंगे जो अलग अलग सामाजिक संस्थाओं के साथ जुड़े हुए हैं. साथ ही यह यात्रा किसी मज़हब या किसी समाज से जुड़ी नहीं रहने वाली है, बल्कि इसके जरिए हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया जाएगा.
इस यात्रा की शुरुआत 26 सितंबर को रणधीकपुर से की जाएगी. ये वहीं इलाका है जहां बिलकिस बानो के साथ बलात्कार कर उनके परिवार वालों की हत्या कर दी गई थी. अब चुनावी मौसम में जिग्नेश मेवानी की ये यात्रा काफी मायने रखती है. इस समय बिलकिस बानो का मुद्दा काफी जरूरी बना हुआ है. तमाम राजनीतिक दल इस मुद्दे को उठा बीजेपी पर निशाना साधने का प्रयास कर रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें कि 2002 गुजरात दंगे के दौरान बिलकिस बानो के साथ बलात्कार किया गया था. उनके परिवार के सात लोगों की भी हत्या कर दी गई थी. तब कोर्ट ने 11 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. लेकिन गुजरात सरकार ने इस साल 15 अगस्त को सभी 11 आरोपियों को जेल से मुक्त कर दिया था. रिमीशन पॉलिसी के तहत उन्हें वो राहत दी गई थी.