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गुजरात विधानसभा की 8 रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव हो रहे हैं. उपचुनाव के लिए प्रचार की रफ्तार तेज होने के साथ ही नेताओं का विरोध भी सामने आने लगा है. गुजरात की करजन विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए रैली को संबोधित करने पहुंचे डिप्टी सीएम नितिन पटेल पर दो दिन पहले जूता फेंका गया था. पुलिस ने डिप्टी सीएम पर जूता फेंकने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है.
जूता फेंकने के मामले गिरफ्तार रश्मिन पटेल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का ही कार्यकर्ता निकला. हालांकि, पुलिस रश्मिन को कांग्रेस का कार्यकर्ता बता रही है. बताया जा रहा है कि रश्मिन पटेल बीजेपी के तहसील अध्यक्ष पद पर भी रहा है, जबकि उसकी पत्नी गांव की सरपंच भी रही है. बीजेपी के शिनोर तहसील अध्यक्ष चंद्रबदन पटेल ने खुद इसकी पुष्टि की है.
बीजेपी के सदस्यता अभियान के दौरान उसने सदस्यता फॉर्म भी भरा था. रश्मिन ने न तो पार्टी छोड़ी थी, ना ही बीजेपी ने ही बाहर किया. इससे पहले वडोदरा में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव बीजेपी पर जमकर बरसे. आरोपी रश्मिन का नाम कांग्रेस से जोड़े जाने को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि भाऊ और भाई की लड़ाई में काका परेशान हो रहे हैं. 25 साल से बीजेपी सत्ता में है. कानून-व्यवस्था कितनी खराब हो गई है, बीजेपी ने इसका उदाहरण दिया.
ऐसे पकड़ा गया रश्मिन
नितिन पटेल पर अंधेरे में जूता फेंके जाने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी चुनौती बनी हुई थी. पुलिस ने वीडियो फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस के जरिए जूता फेंकने वाले रश्मिन पटेल की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
वडोदरा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के मुताबिक रश्मिन पटेल, अमित पंड्या नाम के शख्स के लगातार संपर्क में था. जूता फेंकने के बाद रश्मिन ने पंड्या से बात करते हुए कहा कि अपना प्लान सफल हो गया है.
हालांकि, रश्मिन पटेल के राजनीतिक अतीत को देखें तो वह साल 2010 से 2013 तक शिनोर तहसील पंचायत का कार्यकारी चेयरमैन था. वहीं, उसकी पत्नी 23 जनवरी 2012 से 6 फरवरी 2014 तक शिनोर की सरपंच थी. माना जा रहा है कि रश्मिन, बीजेपी के अंदर गुटबाजी की वजह से लंबे समय से नाराज चल रहे थे.