गुजरात से राज्यसभा की 4 सीटों के लिए आज बीजेपी ने अपने चारों कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया है. इसमें सबसे बड़ा चेहरा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब राज्यसभा में गुजरात का प्रतिनिधित्व करेंगे. जेपी नड्डा के आलावा गोविंद भाई धोलकिया, मयंक नायक और डॉ. जसवंत सिंह परमार हैं. भाजपा के 2 बड़े चेहरे राज्यसभा में गुजरात का प्रतिनिधित्व करेंगे. चारों कैंडिडेट्स का निर्विरोध राज्यसभा में पहुंचना तय है, क्योंकि विपक्ष के पास पर्याप्त आंकड़ा ना होने के कारण कोई दावेदारी नहीं की जाएगी. बीजेपी ने 2 केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया और पुरुषोत्तम रुपाला को रिपीट नहीं किया है.
माना जा रहा है कि दोनों पाटीदार चेहरों को बीजेपी लोकसभा चुनाव में उतारेगी. लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवारों के चयन में जातीय समीकरण को भी ध्यान में रखा है. ओबीसी की संख्या सबसे ज्यादा होने की वजह से 2 ओबीसी चेहरों को राज्यसभा में भेजने का फैसला लिया गया है. भाजपा के सभी चारों उम्मीदवार कल विजय मुहूर्त में नामांकन करेंगे और विपक्ष में कोई नाम न होने की वजह से शाम तक निर्विरोध चुने जाएंगे.
राज्यसभा में गुजरात का प्रतिनिधित्व करेंगे जेपी नड्डा
बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए जेडी नड्डा के नाम का ऐलान किया है. जेपी नड्डा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. वह हिमाचल प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं. नड्डा 2012 में राज्यसभा पहुंचे थे. साथ ही कई संसदीय समितियों में रहे. तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की टीम में राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता रहे. साल 1993, 1998 और 2007 में तीन बार हिमाचल प्रदेश से विधायक रहे हैं. 2014 चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी मुख्यालय से पूरे भारत में पार्टी की अभियान की निगरानी की थी. 2014 से 2019 तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहे. अमित शाह ने 2019 में पार्टी के लिए हर सीट पर 50 फीसदी वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा था. नड्डा ने यूपी में पार्टी को 49.6 फ़ीसदी वोट दिलाने का करिश्मा कर दिखाया. 2020 में उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था.
हीरा कारोबारी गोविंद भाई को मिला मौका
गोविंदभाई जाने माने हीरा कारोबारी हैं. साथ ही समाज सेवा में उनका बड़ा नाम है. उन्होंने राम मंदिर के निर्माण कार्य में 11 करोड़ का दान दिया था. मूल रूप से अमरेली के धोलकिया लेऊआ पाटीदार हैं और पाटीदार समाज का बड़ा चेहरा हैं. उन्हें बीजेपी ने टिकट देकर सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात को राज्यसभा में प्रतिनिधित्व दिया है. मांडाविया और रूपाला दोनों सौराष्ट्र के पाटीदार चेहरे थे, जिनकी जगह पर अब गोविंद भाई धोलकिया को भेजा जा रहा है.
पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता हैं मयंक नायक
गुजरात प्रदेश ओबीसी मोर्चा के प्रमुख मयंक नायक पार्टी के ऐसे सामान्य कार्यकर्ता हैं, जिसको पार्टी ने राज्यसभा में भेजने का फैसला किया है. मयंक नायक फिलहाल गांधीनगर लोकसभा के इंचार्ज हैं और पार्टी में हर चुनाव में उन्हें जिम्मेदारी दी गई है. उत्तर गुजरात के मेहसाणा जिले से आने वाले नायक को भेजकर उत्तर गुजरात के सियासी समीकरण साधा है.
पंचमहल से आते हैं डॉ जसवंतसिंह परमार
डॉ. जसवंत सिंह परमार पंचमहल जिले से आते हैं. यानी राज्यसभा में मध्य गुजरात को प्रतिनिधित्व दिया गया है. पार्टी के पुराने कार्यकर्ता रहे परमार साल 2017 में निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुके हैं. ओबीसी समाज से आने वाला शिक्षित चेहरा भाजपा ने राज्यसभा में भेजा है.