scorecardresearch
 

गुजरात: ब्लैक फंगस का खतरनाक रूप, युवक को नहीं था कोई लक्षण, दिमाग पर अटैक से मौत

एक 28 साल के व्यक्ति को किसी भी प्रकार के लक्षण न होने का बावजूद उसके मस्तिष्क में फंगस देखा गया है. उनकी हैरानी इस बात को लेकर है कि जिस मरीज के मस्तिष्क में समान्य गांठ या सूजन की शिकायत नजर आ रही थी, दरअसल वो गांठ नहीं बल्कि फंगस थी.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोई लक्षण नहीं फिर भी ब्लैक फंगस से मौत
  • डॉक्टर हैरान, बीमारी को लेकर बढ़ा खतरा
  • गुजराज में तेजी से बढ़े ब्लैक फंगस के मामले

कोरोना के बाद अब गुजरात में म्यूकरमाइकोसिस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कोविड से ठीक हुए मरीजों में म्यूकोरमाइकोसिस का रोग तेजी से फैल रहा है. इसी बीच सूरत में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको देखकर डॉक्टर भी चौंक गए हैं. एक 28 साल के व्यक्ति को किसी भी प्रकार के लक्षण न होने का बावजूद उसके मस्तिष्क में फंगस देखा गया है. हैरानी इस बात को लेकर है कि जिस मरीज के मस्तिष्क में समान्य गांठ या सूजन की शिकायत नजर आ रही थी, दरअसल वो गांठ नहीं बल्कि फंगस थी.

Advertisement

कोई लक्षण नहीं फिर भी ब्लैक फंगस से मौत

सूरत के कोसम्बा में रहने वाले एक 23 वर्षीय कोरोना संक्रमित युवक को 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 4 मई को कोविड से ठीक होने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. लेकिन, इसके बाद 8 मई को बेहोशी की हालत में उसे फिर सूरत के सिम्स अस्पताल लाया गया. डॉक्टर मौलिक पटेल का कहना है कि प्राथमिक जांच में रिपोर्ट निकलवाई तो उसके मस्तिष्क में सूजन होने की बात सामने आई. लिहाजा तत्काल उसका ऑपरेशन किया गया और बायोप्सी करने के लिए सैंपल लैब में भेज दिया था. डॉक्टरों को यही लगा था कि मरीज के भीतर म्यूकोरमाइकोसिस के किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं थे.

डॉक्टर हैरान, बीमारी को लेकर बढ़ा खतरा

ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत पहले दो दिनों तक स्थिर थी लेकिन फिर अचानक तबीयत बिगड़ी और कार्डियक अरेस्ट से उसकी मौत हो गई. उधर, डॉक्टरों ने मरीज की बायोप्सी के लिए जो सैंपल भेजा था उसकी अब रिपोर्ट आई है जिसे देखकर वो हैरान हैं. मालूम चला है कि मरीज म्यूकरमाइकोसिस फंगल इंफेक्शन से ग्रसित था.

Advertisement

अमूमन मस्तिष्क में फंगस तीसरे स्टेज पर पहुंचता है. लेकिन इस मरीज में अन्य किसी भी प्रकार के लक्षण या स्टेज दिखने के बजाय सीधे तीसरे स्टेज में मस्तिष्क में  इंफेक्शन देखने को मिल गया. डॉक्टरों की मानें तो अबतक ऐसा कोई भी मामला देश या दुनिया में देखने को नहीं मिला है और अब वो इस केस पर अपना रिपोर्ट भेजेंगे. 

क्लिक करें- 'ब्लैक फंगस को आयुष्मान भारत के तहत करें कवर', PM मोदी को सोनिया गांधी की चिट्ठी 

ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के बीच ये नया मामला सभी की चिंता बढ़ाने वाला साबित हो रहा है. ब्लैक फंगस को कई राज्यों ने महामारी घोषित कर दिया है और इसे लेकर सरकार भी बड़े स्तर पर तैयारी कर रही है. लेकिन सूरत का ये नया मामला ब्लैक फंगस को और ज्यादा घातक बनाता दिख रहा है और मेडिकल सांइस के लिए भी नई चुनौती खड़ी कर रहा है.


 

Advertisement
Advertisement