गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की बेटी अनार जयेश पटेल के बिजनेस पार्टनर को सस्ते दाम पर जमीन दिए जाने का मामला तूल पकड़ रहा है. कांग्रेस ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी के गठन की मांग की है.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे तब भी सरकारी जमीन का कमर्शियल और निजी बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया गया था.
डेढ़ करोड़ में दे दी 125 करोड़ की जमीन?
जमीन मामले में मुख्यमंत्री को घेरते हुए उन्होंने कहा कि गिर लायन सैंक्चुरी के पास 250 एकड़ जमीन को 60 हजार रुपये प्रति एकड़ के रेट पर बेचा गया जबकि उस समय जमीन का सरकारी रेट 50 लाख रुपये प्रति एकड़ था. उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने 2010 में मोदी के मुख्यमंत्री रहते 125 करोड़ रुपये की जमीन महज डेढ़ करोड़ में दी थी.
उन्होंने आरोप लगाया कि आनंद शर्मा ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. क्योंकि जिस वक्त यह घोटाला हुआ है तब वह राजस्व मंत्री थीं.
2010-11 में हुआ था सौदा
बता दें कि गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की बेटी अनार जयेश पटेल के बिजनेस पार्टनर को गिर लायन सैंक्चुरी के पास मौजूद कुल 400 एकड़ जमीन में से 250 एकड़ जमीन कंपनी को महज डेढ़ करोड़ में दिए जाने का आरोप है. गुजरात सरकार ने 2010-11 में वाइल्डवुड्ज रिजॉर्ट्स एंड रियल्टीज को 250 एकड़ सरकारी जमीन दी थी.