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सरदार पटेल म्यूजियम में जूता पहन कर घुसे कांग्रेस नेता

ऐसे में जब बीजेपी और कांग्रेस में सरदार पटेल का वारिस असली वारिस बनने की होड़ मची है, गुजरात कांग्रेस के एक नेता द्वारा जूते पहन पटेल म्यूजियम में जाने से विवाद खड़ा हो गया है.

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म्यूजियम में कांग्रेस नेता
म्यूजियम में कांग्रेस नेता

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ऐसे में जब बीजेपी और कांग्रेस में सरदार पटेल का असली वारिस बनने की होड़ मची है, गुजरात कांग्रेस के एक नेता द्वारा जूते पहन पटेल म्यूजियम में जाने से विवाद खड़ा हो गया है. विवाद असल में इसलिए हुआ क्योंकि म्यूजियम में लगे एक बोर्ड में साफतौर पर लिखा गया है कि 'अंदर जूते पहनकर जाना मना है.'

सरदार बल्लभ भाई पटेल म्यूजियम गुजरात के बारदोली में सरदार निवास के पास ही स्थ‍ित है. कांग्रेस नेता के राजू इस संग्रहालय के भीतर जूते पहनकर चले गए थे. राजू न सिर्फ अपने तमाम समर्थकों के साथ जूते पहनकर गए बल्कि अंदर उन्हें सम्मानित भी किया गया.

गौरतलब है कि सरदार पटेल की विरासत को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में होड़ चल रही है. दोनों दल अपने को उनकी विरासत का असली हकदार बताने की कोशिश कर रहे हैं. सरदार पटेल की जयंती पर बीजेपी ने देश भर में 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया था. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी इतिहास को नए सिरे से लिखने की कोशिश कर रही है.

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मोदी ने सरदार पटेल को लेकर लगातार कांग्रेस पर निशाना साधा है. मोदी कहते हैं कि कांग्रेस ने सरदार साहब के योगदान को भूलाने की कोशिश की. मोदी कई मौकों पर कह चुके हैं कि अगर सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो शायद देश की तस्वीर अलग होती. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह पिछले कुछ समय में महात्मा गांधी और सरदार पटेल को लेकर माहौल बनाया है उस पर कांग्रेस भी उनपर निशाना साधती आई है.

पीएम मोदी ने लगातार आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी ने इतिहास से सरदार पटेल के नाम को मिटाने की कोशिश की. सरदार पटेल को आक्रामक नेता माना जाता था, उन्होंने पूरे देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया. इसके लिए उन्होंने रजवाड़ों, नवाबों को समझाया और जो प्यार से नहीं समझें उन्हें सख्ती से भी पाठ पढ़ाया. सरदार पटेल गुजरात से आते हैं, इसलिए मोदी गुजराती अस्मिता को साथ जोड़ते हुए अपना नाम लगातार उनके साथ जोड़ते हैं.

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