राजकोट जिले के विछिया में पुलिस और स्थानीय कोली समाज के लोगों के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. मामला तब बिगड़ा जब हत्या के आरोपियों का जुलूस न निकालने को लेकर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई और पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया. साथ ही कोली समाज के लोग इकट्ठा हुए और मामला बिगाड़ने पर पुलिस पर पत्थर बाजी कर दी.
दरअसल, एक हफ्ते पहले 31 दिसंबर को घनश्याम राजपरा नामक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. बताया गया कि घनश्याम ने आरोपियों के अवैध निर्माण को लेकर लैंड ग्रैबिंग की शिकायत की थी, जिसके चलते सात आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद कोली समाज के लोग बड़ी संख्या में विछिया पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा हो गए.
ये भी पढ़ें- महिलाओं का तलवार रास... जीप,बाइक और घोड़े पर सवार होकर महिलाओं ने दिखाया शौर्य
पुलिस ने लाठीचार्ज किया और टीयर गैस छोड़े
उन्होंने आरोपियों का जुलूस पूरे शहर में निकालने की मांग की. जब पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि जुलूस निकालना गैरकानूनी है, तो भीड़ आक्रोशित हो गई और पत्थरबाजी शुरू कर दी. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और 10 टीयर गैस के सेल छोड़े. भीड़ ने पुलिस स्टेशन, वाहनों और पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके. पुलिस ने तुरंत अतिरिक्त बल बुलाया और 52 लोगों को हिरासत में लिया.
मामले में SP ने कही ये बात
राजकोट ग्रामीण एसपी हिमकर सिंह ने बताया कि पिछले साल 31 दिसंबर को हुई हत्या के मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आज लोगों ने इकट्ठा होकर पूरे शहर में आरोपियों का जुलूस निकालने की मांग की, जो पूरी तरह से अवैध है. जिसके चलते कई लोगों ने पुलिस पर हमला किया. इस मामले में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने 10 आंसू गैस के गोले छोड़े और 52 लोगों को हिरासत में लिया. एफआईआर की प्रक्रिया चल रही है.