पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान भले ही खुद को पाक साफ बता रहा हो, लेकिन गुजरात के डीजीपी पीसी ठाकुर का कहना है कि हमले की इस घटने में रावलपिंडी हेडक्वार्टर का हाथ है.
ठाकुर मंगलवार को सूरत की चौर्यासी विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर कानून व्यवस्था की समीक्षा करने सूरत पुलिस द्वारा आयोजित पुलिस वेलफेयर कार्यक्रम में पहुंचे थे. कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद डीजीपी ठाकुर ने पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकी हमले को लेकर पत्रकारों से बातचीत की.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'पठानकोट का आतंकी हमला पाकिस्तान प्रेरित है. जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच सौहार्द का वातावरण बनता है तो पाकिस्तान की सेना इस तरह की करतूत करती है. वो भी कभी ISI के माध्यम से, कभी जैश-ए-मौहम्मद और लश्कर के माधयम से.'
'गुजरात से ISIS से जुड़ने का कोई मामला नहीं'
डीजीपी ने कहा कि पठानकोट मामले की जांच NIA कर रही है, जिस तरह फोन कॉल्स इंटरसेप्ट हुए हैं, उसमें रावलपिंडी हेडक्वार्टर का हाथ है. देश के कई राज्यों से आईएसआईएस से जुड़ने वाले कई युवा पकड़े जा चुके हैं, लेकिन गुजरात से अब तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है. इस पर गुजरात के डीजीपी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'ये सौभाग्य है इस राज्य का कि यहां का मुस्लिम समाज राष्ट्र की विचारधारा से जुड़ा हुआ है और इसी वजह से अब तक कोई ऐसा वाकया सामने नहीं आया है.'
डीजीपी ठाकुर का बयान इस मायने में विवादास्पद है कि केंद्र सरकार या पंजाब सरकार ने पठानकोट में आतंकी हमले को लेकर आधिकारिक रूप से पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया है.