दिवाली का त्योहार 14 नवंबर को पूरे देश में उल्लास के साथ मनाया गया. इस बार की दिवाली हर बार की दिवाली से अलग रही. कोरोना वायरस महामारी के साए में दिवाली पर देश के कई इलाकों में आतिशबाजी प्रतिबंधित रही तो कई इलाकों में लोग प्रतिबंध के बावजूद जमकर आतिशबाजी करते नजर आए. इन सबके बीच बड़ी तादाद ऐसे लोगों की भी रही, जिनकी दिवाली अस्पताल में मनी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गुजरात के वडोदरा में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों ने अस्पताल में ही डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों के बीच दिवाली मनाई. वडोदरा के सयाजीराव गायकवाड़ अस्पताल के कोरोना वार्ड में भी दिवाली मनाई गई. इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कोरोना संक्रमित मरीज चिकित्साकर्मियों के साथ झूमकर दिवाली मनाते नजर आ रहे हैं.
देखें: आजतक LIVE TV
सर सयाजीराव गायकवाड़ कोविड -19 डेडिकेटेड सरकारी अस्पताल है. इस हॉस्पिटल के डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों ने त्योहार पर कोरोना के कारण अपनों से दूर कोरोना का उपचार करा रहे लोगों के बीच दिवाली मनाई. कोरोना वार्ड में भर्ती स्टेबल मरीजों के साथ डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों ने दिवाली मनाई.
#WATCH | Gujarat: COVID-19 patients and doctors celebrated #Diwali at Sir Sayajirao Hospital in Vadodra last night. pic.twitter.com/8gHsg0BMhl
— ANI (@ANI) November 15, 2020
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण ये लोग अपने घर, अपने परिजनों से दूर एसएसजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं. दिवाली के त्योहार पर घर से दूर रहने के कारण मायूसी लाजमी है. इनकी मायूसी और निराशा पल भर में दूर हो गई और इनके मायूस चेहरे पर तब मुस्कान छा गई, जब अस्पताल के चिकित्सक और चिकित्साकर्मी पहुंच गए और उनके साथ दिवाली मनाकर इसबार का त्योहार खास बना दिया.
संगीत की धुन बजी. सभी कोरोना संक्रमित और चिकित्साकर्मी उसपर झूमते नजर आए. मिठाई भी बांटी गई. मानव सूद और नागिन सोलंकी ने इस दिवाली को खास बताया. वहीं, एसएसजी हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड की नोडल ऑफिसर डॉक्टर बेलिम ओबी और चिकित्सक डॉक्टर वैशाली मिस्त्री ने कहा कि घर से दूर अकेले उपचार करा रहे संक्रमितों के चेहरे पर खुशी आए, उन्हें ये लगे कि वे घर से दूर जरूर हैं लेकिन उनका पूरा ख्याल रखा जा रहा है.
डॉक्टर बेलिम ने कहा कि मरीजों को यह अहसास कराना ही उनके बीच दिवाली मनाने का मुख्य उद्देश्य था. उन्होंने कहा कि दिवाली प्रकाश का त्योहार है. इनकी जिंदगी से कोरोना का घोर अंधकार छंट जाए, इसी कामना के साथ कोरोना संक्रमितों के बीच पहुंचकर दिवाली मनाई गई.