बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के गुजरात पहुंचने से पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के कद्दावर नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के बेटे महेंद्र सिंह वाघेला शनिवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
उन्होंने सूबे के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल की मौजूदगी में बीजेपी ज्वॉइन की. गुजरात बीजेपी अध्यक्ष जीतू वधानी ने वाघेला के पार्टी में शामिल होने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि महेंद्र सिंह वाघेला का बीजेपी में स्वागत है.
बीजेपी में शामिल होने के फौरन बाद वाघेला ने अमित शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद से उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी वाघेला को उम्मीदवार बना सकती है. वहीं, शंकर सिंह वाघेला को अपने बेटे महेंद्र सिंह वाघेला का यह कदम नागवार गुजरा है. उन्होंने कहा, 'मैं महेंद्र सिंह वाघेला को एक हफ्ते का समय और चेतावनी देता हूं कि अगर वो बिना समर्थकों के बीजेपी ज्वॉइन करते हैं, तो यह उनका स्वार्थ माना जाएगा.'
बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने की बात पर महेंद्र सिंह वाघेला ने कहा, 'अगर मुझे टिकट लेकर चुनाव ही लड़ना होता, तो मैं साल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान ही बीजेपी ज्वॉइन कर लिया होता. मेरा उद्देश्य लोगों की सेवा करना है.' इससे पहले महेंद्र सिंह वाघेला ने सूबे में राज्यसभा की सीटों पर हुए चुनाव के दौरान कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.
महेंद्र सिंह ने साल 2012 में उत्तर गुजरात के बयाड विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी, लेकिन दिसंबर 2017 के चुनाव मैदान पर नहीं उतरे. इससे पहले पिछले पखवाड़े में कांग्रेस के दिग्गज नेता व विधायक कुंवरजी बावलिया और राजकोट के कद्दावर नेता व पूर्व विधायक इंद्रनील राज्यगुरु ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.
बीजेपी में शामिल होते ही बावलिया को कैबिनेट मंत्री बना दिया गया और अब महेंद्र सिंह भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. बावलिया के बाद वाघेला का बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए दूसरा बड़ा झटका माना जा रहा है. वाघेला के बीजेपी ज्वॉइन करने से क्षत्रिय वोट बैंक भी कांग्रेस के हाथ से निकल सकता है.
उधर, इस राजनीतिक चाल के रणनीतिकार माने जाने वाले अमित शाह गुरुवार शाम को अहमदाबाद पहुंचे थे और शनिवार तड़के भगवान जगन्नाथ की पारंपरिक रथ यात्रा शुरू करने के लिए मंगल आरती की.