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Gujarat: बेटी की नौकरी बचाने के लिए अंग्रेजी में चाहिए था Caste Certificate, नहीं मिलने से परेशान पिता ने किया सुसाइड

गुजरात के महिसागर जिले में एक पिता ने अंग्रेजी भाषा में जाति प्रमाण पत्र न मिलने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. उनकी बेटी को डाक विभाग में नौकरी मिली थी, लेकिन प्रमाण पत्र गुजराती में होने के कारण नौकरी खतरे में थी. अधिकारियों के बार-बार सबूत मांगने और प्रमाण पत्र जारी ना करने से परेशान होकर पिता ने खुदकुशी कर ली.

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पेड़ से लटकर शख्स ने किया सुसाइड
पेड़ से लटकर शख्स ने किया सुसाइड

गुजरात के महिसागर जिले के कडाणा तालुका के रणकपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां बेटी की नौकरी बचाने की जद्दोजहद में एक पिता ने आत्महत्या कर ली. 45 वर्षीय उदाभाई डामोर की बेटी द्रुविषा को एसटी जाति के आधार पर वाव के थराद क्षेत्र में डाक विभाग में नौकरी मिली थी. लेकिन केंद्र सरकार की नौकरी होने के कारण द्रुविषा को अंग्रेजी भाषा में जाति प्रमाण पत्र की जरूरत थी.

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उदाभाई डामोर लगातार कडाणा मामलतदार कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन अधिकारी बार-बार नए दस्तावेजों की मांग कर रहे थे. उनकी बेटी की नौकरी का अंतिम समय नजदीक आ रहा था, लेकिन प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया. इसी तनाव में आकर उदाभाई ने अपने खेत में पेड़ से लटककर खुदकुशी कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. 

शख्स ने पेड़ से लटकर की खुदकुशी

खुदकुशी करने से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें मामलतदार कार्यालय के मुख्य अधिकारी हर्षद भाई परमार और डिप्टी मामलतदार सुरेश सांगड़ा का नाम दर्ज किया है. पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर जांच शुरू कर दी है.

परिजनों का कहना है कि उदाभाई डामोर को अधिकारियों की बेरुखी से गहरा आघात लगा था. उन्होंने कई बार आवेदन दिया, लेकिन प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ. फोन पर भी लगातार प्रमाण पत्र को लेकर दबाव बनाया जा रहा था, जिससे वो मानसिक तनाव में थे.

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पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की

फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस घटना ने सरकारी सिस्टम की लापरवाही को उजागर कर दिया है, जिससे लोगों में आक्रोश भी देखने को मिल रहा है.

नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

 

(रिपोर्ट- वीरेन जोशी)

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