गुजरात दंगों को लेकर नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ पर पैसा हड़पने का मामला दर्ज हुआ है. सीतलवाड़ के अलावा उनके पति जावेद आनंद, जकिया जाफरी के पुत्र तनवीर जाफरी तथा दो अन्य लोगों पर भी गुलबर्ग सोसायटी को एक संग्रहालय में तब्दील करने के लिए जमा की गई 1.51 करोड़ रुपये की राशि हड़पने का मामला दर्ज हुआ है.
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी), 406 और 420 के तहत और आईटी कानून की धारा 72 (ए) के तहत तीस्ता, आनंद, तनवीर तथा दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
यह मामला गुलबर्ग सोसायटी को एक संग्रहालय में तब्दील करने के लिए दान के तौर पर जमा 1.51 करोड़ रुपये की राशि हड़पने के आरोप में दर्ज किया गया है. अधिकारी ने बताया कि निवासियों के अनुसार, यह राशि वर्ष 2007 से 2012 के बीच विदेश से जुटाई गई थी और कहा गया था कि गुलबर्ग सोसायटी को संग्रहालय में तब्दील किया जाएगा. यह राशि तीस्ता के पास फिक्स्ड डिपॉजिट के तौर पर पड़ी है. एसीपी केएन पटेल इस मामले की जांच कर रहे हैं.
आपको बता दें कि 2002 के गुजरात दंगों के दौरान गुलबर्ग सोसायटी में हिंसा हुई थी, जिसमें 68 लोग मारे गए थे. इस सोसायटी में रहने वाले लोगों ने पिछले साल ही तीस्ता सीतलवाड़ से 1.51 करोड़ रुपये वापस मांगे थे. उनका आरोप है कि संग्रहालय बनाने के लिए जुटाए गए पैसे का अब तक इस्तेमाल नहीं हुआ.
12 गुलबर्ग सोसायटी में रहने वाले लोगों ने 'सिटिजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस' संस्था की सचिव तीस्ता सीतलवाड़ को नोटिस भेजा था, जिसमें आरोप लगाया कि घरों के पुननिर्माण के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराने का वादा अभी तक नहीं पूरा किया गया, जिसके नाम पर देश और विदेश की कई बड़ी संस्थाओं को करोड़ों रुपये जुटाए गए थे.
गौरतलब है कि गुजरात में हुए दंगों में करीब 1000 लोगों की मौत हो गई थी. तीस्ता सीतलवाड़ अपने एनजीओ के जरिए पीड़ितों को कानूनी और आर्थिक मदद मुहैया कराती रही हैं.