अरब सागर में बने गहरे दबाव के चलते सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में तेज हवाओं के साथ धुआंधार बारिश हो रही है. इसके चलते सौराष्ट्र के वेरावल में समुद्र का पानी शहर में आ गया है. समुद्र में 8 से 9 मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही है और बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं.
भारी बारिश से आई बाढ़ के चलते गुजरात के अमरेली, भावनगर और राजकोट जिले में 34 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 1000 से भी ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगह पर भेजा गया है. प्रशासन ने लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की 17 टीम और कोस्टगार्ड की टीम भेजी है.
लगातार बिगड़ रहे हालात के चलते मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में ना जाने की हिदायत दी है. सौराष्ट्र के सभी पोर्ट पर तीन नंबर का सिग्नल दिया गया है. सूरत और वेरावल में प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है. अहमदाबाद स्थित मौसम विभाग के डायरेक्टर जयंत सरकार ने आने वाले 24 घंटे में भारी बारिश की आशंका जताई है.
65 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं
बुधवार की सुबह पोरबंदर से 280 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में यह दबाव केन्द्रित था, जिसके धीरे-धीरे पूर्वी और उत्तरी-पूर्वी दिशा की ओर बढ़ने और गहरे दबाव के क्षेत्र में बदलने की आशंका है. इसके प्रभाव से गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में 65 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है.
सूरत के कई इलाकों में 80 से ज्यादा पेड़ धराशायी हो गए. हालांकि दक्षिण गुजरात के कई भागों में बारिश हुई. इसके चलते जनजीवन ठप्प हो गया है.
सौराष्ट्र के जिन इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हुए हैं. उनमें अमरेली, वेरावल, जूनागढ़, गिर, सोमनाथ, राजकोट, जैतपुर, गोंडल, धोराजी, सावरकुंडला, मोरबी और उना जैसे प्रमुख इलाके शामिल हैं. इन सभी इलाकों में पिछले 12 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. इससे जनजीवन बेहद प्रभावित हुआ है.
भादर डैम के 29 दरवाजों को खोला गया
दूसरी ओर सौराष्ट्र में हिरणनदी, आजी, भादर, देवाल नदी उफान पर हैं, जबकि भादर डैम के 29 दरवाजों को खोल दिया है.
मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर में बना दबाव का क्षेत्र अब सौराष्ट्र से मध्य गुजरात होता हुआ राजस्थान की ओर आगे बढ़ रहा है. सौराष्ट्र के साथ अब मध्य गुजरात के अहमदाबाद, आणंद, गांधीनगर में आने वाले दिनों में तेज बारिश हो सकती है.
बाढ़ से पैदा हुए हालात से निपटने के लिए अमरेली जिले के कलेक्टर ने कोस्टगार्ड और एनडीआरएफ की टीम बुलाई है. अमरेली में 10 गांवों से संपर्क टूट गया है. प्रशासन लगातार वहां से लोगों को बचाने में लगा हुआ है.
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने अपनी कैबिनेट के साथ बारिश को लेकर अपने मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की है. मुख्यमंत्री की ओर से लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा गया है.