विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्विटर पर खासी सक्रिय रहती हैं और लोगों की समस्याओं को हल करती रहती हैं. ट्विटर के जरिए अक्सर लोग उनसे अपनी मुश्किलें भी शेयर करते हैं. ऐसा ही एक मामला फिर से उनके सामने आया, जिसमें गुजरात के गांधीनगर के माणसा की रहने वाली संतोषबेन ने अपनी समस्या बताई और समाधान नहीं होने पर खुदकुशी करने की धमकी दी.
यह महिला पासपोर्ट रिन्युअल नहीं होने से खासी परेशान थी. अहमदाबाद पासपोर्स ऑफिस के आठ महीने तक चक्कर काटने के बाद उसने विदेश मंत्री को टैग करते हुए एक ट्वीट किया और समस्या हल नहीं होने पर खुदकुशी करने की धमकी दे डाली.
संतोषबेन ने ट्वीट किया, 'अगर मेरा पासपोर्ट 10 जून तक नहीं मिला, तो मैं 15 जून को गुलबाई टेकरा अहमदाबाद पासपोर्ट ऑफिस के सामने आत्मदाह करूंगी.' इस पर हरकत में आईं विदेश मंत्री स्वराज ने फौरन जवाब दिया. उन्होंने संतोषबेन के पासपोर्ट को लेकर जांच के आदेश भी दिए.
अहमदाबाद के रीजनल पासपोर्ट ऑफिस की अधिकारी नीलम रानी को निर्देश देते हुए सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'नीलम : आज ही संतोष बहन को बुलाकर उनकी पीड़ा समझो. मुझे रिपोर्ट भेजिए. यह मामला क्या है?'
नीलम : आज ही संतोष बहन को बुला कर उनकी पीड़ा समझो. मुझे रिपोर्ट भेजिए. यह मामला क्या है . @rpoahmedabad pic.twitter.com/oXW0rrcwtk
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 28, 2018
संतोषबेन ने ट्विटर पर अपनी पासपोर्ट फाइल का नंबर और मोबाइल नंबर भी दिया है. मामले में संतोषबेन के पति हरिप्रसाद पंडित का कहना है कि वो पिछले आठ महीने से पासपोर्ट ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं.
उन्होंने बताया, 'मैंने अपना और अपकी पत्नी के पासपोर्ट को रिन्युअल के लिए दिया था, जिसमें मेरा पासपोर्ट तो आ गया, लेकिन मेरी पत्नी के जन्मस्थान यूपी को बदलकर राजस्थान कर दिया गया. इसके बाद हम एफिडेविट बनवाकर भी दे चुके हैं, लेकिन पासपोर्ट ऑफिस के अधिकारी इस समस्या का समाधान करने की बजाय चक्कर कटवाते रहे.'
संतोषबेन के पासपोर्ट रिन्युअल के लिए जन्मस्थान को लेकर चार बार एफिडेविट दिया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद हर बार विभाग के कर्मचारी पासपोर्ट देने से मना कर देते हैं और कह देते हैं कि उनको ऐसा कोई एफिडेविट नहीं मिला है.
वो करीब आठ महीने से पासपोर्ट दफ्तर के चक्कर काट-काटकर तंग आ चुके थे. इसके बाद थककर संतोषबेन ने विदेश मंत्री को सीधे ट्वीट कर डाला और खुदकुशी करने की धमकी दे डाली.
इससे पहले मार्च 2017 को ज्योति एस पांडे नाम की एक महिला ने वीजा संबंधी समस्या को लेकर सुषमा स्वराज को ट्वीट किया था. उसने लिखा था, 'कृपया वीजा के मामले में मेरी मदद कीजिए. क्या मुझे अपनी बात आप तक पहुंचाने के लिए आत्महत्या करनी होगी?'
इस पर सुषमा स्वराज ने जवाब दिया था, 'आप आत्महत्या मत कीजिए. अपनी बात बताइए.' फिर ज्योति ने अपनी समस्या बताई. इसके बाद विदेश मंत्री ने उनकी समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए थे.