अहमदाबाद के वेरावल इलाके में पिछले एक महीने से गांवों में दहशत फैला रखे आदखोर शेर आखिरकार पिंजड़े में कैद हो गया. शेर के हमले से अब तक तीन लोग घायल हो चुके हैं. कई मवेशी भी उसका शिकार हो चुके हैं. आदमखोर शेर को सासन गीर के एनिमल केयर सेंटर भेजा गया है.
खेतों में छिपा रहता था शेर
वन विभाग के अधिकारी डीएम डोडिया ने बताया कि वेरावल में दुदाणा, कडवासण, गोहीलखान, वडनगर, मीतीयाज समेत कई गांव लोग पिछले एक महीने से आदमखोर शेर के आतंक में जी रहे थे. दरअसल, ये शेर यहां के खेतों में छिपा रहता था. जब भी उस ओर इंसान या जानवर की आहट होती, तो शेर उसपर हमला कर देता था.
10 दिनों तक चला ऑपरेशन
गांववालों ने वन विभाग को शेर के वेरावल के एक गांव में होने की सूचना दी. इसके बाद वन विभाग की टीम ने ऑपरेशन शुरू किया. टीम ने 10 किमी के इलाके में रिंग पिंजड़े लगाए. यही नहीं, रिंग पिंजरे के अदंर भी 8 अलग-अलग पिंजड़े लगाए गए, ताकि शेर को पकड़ा जा सके. इसके बाद भी जब शेर नहीं पकड़ा गया, तो एक मवेशी को पिंजड़े के अंदर रखा गया, ताकि शेर इसका शिकार करने आए और पिंजड़े में बंद हो जाए. इस पूरे ऑपरेशन में वन विभाग को 10 दिनों का वक्त लगा.