इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में जेल की हवा खा चुके पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा सूरत पहुंचे, तो सरदार पटेल को माल्यार्पण कर एक नए विवाद को जन्म दे दिया. वंजारा ने सरदार पटेल की प्रतिमा को कलम और नकली पिस्तौल से बनी माला पहनाई. इससे नाराज पाटीदारों ने वंजारा की ओर से सरदार पटेल की प्रतिमा को पहनाई गई माला उतारकर फेंक दी.
पाटीदारों के विरोध की बात जब सामने आई, तो डीजी वंजारा ने इसपर सफाई दी. उनका कहना है कि ऐसे करके उन्होंने यह बताने की कोशिश की है कि पटेल सिर्फ पटेलों के ही नहीं थे. वो पूरे भारत के हैं.'
वंजारा ने कहा कि सरदार को कलम और बंदूक का माल्यार्पण इसलिए किया गया, क्योंकि उन्होंने अखंड भारत बनाने के लिए शास्त्र और शस्त्र दोनों का इस्तेमाल किया था. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि ऐसा करने के पीछे दिखी की भावना को ठेस पहुंचाना उनका मकसद नहीं था.