गुजरात के गांधीनगर सिविल अस्पताल में मरीजों को परोसे गए खाने से छिपकली निकली. मरीजों को परोसे गए खाने में छिपकली निकलने से प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए. प्रशासन ने सभी मरीजों को 24 घंटे के लिए चिकित्सकों की निगरानी में रखा. अस्पताल में भर्ती मरीजों को खाना उपलब्ध कराने के लिए अक्षय पात्रा संस्था के साथ कॉन्टैक्ट किया गया है.
गुजरात के गांधीनगर सिविल अस्पातल में भर्ती मरीजों को हर रोज अस्पताल की ओर से ही भोजन परोसा जाता हैं. हर रोज 325 के करीब मरीजों के लिए अक्षय पात्रा से खाना आता है. बताया जाता है कि 28 जुलाई को अक्षय पात्रा से आकर मरीजों को परोसे गए खाने को लेकर हंगामा मच गया था. एक मरीज की प्लेट में छिपकली पाई गई थी. इसके बाद मरीजों में हड़कंप मच गया था. कई मरीज खाना भी खा चुके थे.
मरीजों को परोसे गए दाल-चावल में मरी हुई छिपकली निकलने के बाद मरीजों में डर बैठ गया. आनन-फानन में इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी गई और अस्पताल प्रशासन ने छिपकली निकलने की जानकारी मिलते ही अन्य मरीजों को यही भोजन परोसने से मना किया. जिन लोगों को खाना दिया जा चुका था, उन्हें भी भोजन का उपयोग करने ले मना किया गया.
अस्पताल अधीक्षक ने कही ये बात
सिविल अस्पताल की अधीक्षक डॉक्टर नीयति लखाणी ने इस संबंध में कहा कि मरीजों को जो भोजन दिया जाता है, वो अक्षय पात्रा संस्था के जरिए ही यहां आता है. उन्होंने कहा कि अक्षय पात्रा के संचालकों को भोजन में छिपकली निकलने की जानकारी दी गई है. मरीजों के लिए भोजन बनाने में खास सावधानी रखने के लिए भी अक्षय पात्रा के लोगों से कहा गया है. अस्पताल अधीक्षक के मुताबिक अस्पताल में भर्ती हर मरीज ठीक है. इसकी वजह से किसी की भी तबीयत नहीं बिगड़ी है.