scorecardresearch
 

टैक्स छूट का लालच, NCP के नाम पर राजनीतिक चंदे का फर्जीवाड़ा... चुनाव में ठगी का ऐसे हुआ खुलासा

चुनावी माहौल के बीच गुजरात (Gujarat) में धोखाधड़ी का अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर एक फर्म रजिस्टर कराई, जिसका शॉर्ट फॉर्म एनसीपी (NCP) थी. इसके बाद अखबार में विज्ञापन देकर राजनीतिक दल के नाम पर चंदा मांगा गया. इसमें टैक्स में छूट दिलाने की भी बात कही गई.

Advertisement
X
फर्जी डोनेशन कैंप चलाकर इकट्ठे किए 2.8 करोड़. (Representational image)
फर्जी डोनेशन कैंप चलाकर इकट्ठे किए 2.8 करोड़. (Representational image)

गुजरात के अहमदाबाद (Ahmedabad) में ठगी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां अखबारों में विज्ञापन देकर NCP का फर्जी डोनेशन कैंप (fake donation camp) चलाया गया और एक शख्स ने लोगों से 2 करोड़ 80 लाख रुपये जमा करवा लिए. इस चंदे पर 100 फीसदी टैक्स रिबेट दिलाने का वादा भी किया गया था.

Advertisement

एजेंसी के अनुसार, यह पूरा मामला गुजरात के अहमदाबाद का है. यहां एक व्यक्ति ने अखबार में विज्ञापन दिया था, जिसमें एक राजनीतिक दल के लिए चंदा इकट्ठा करने की बात कही गई थी. इसके बाद जब लोगों ने विज्ञापन देखा तो कुछ लोग चंदा देने के लिए आगे आए.

यह भी पढ़ें: 400 करोड़ का बैंक फ्रॉड... कॉक्स एंड किंग्स कंपनी के मालिक का करीबी गिरफ्तार, यूरोप में संभालता था बिजनेस

इस विज्ञापन में 100 प्रतिशत टैक्स रिबेट दिलाने की भी बात कही गई थी. अखबार में विज्ञापन देने वाले शख्स ने लोगों से दो करोड़ 80 लाख रुपये इकट्ठे कर लिए. जब इस मामले को लेकर पुलिस को पता चला तो मामले की जांच की गई. इसके बाद एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने लोगों के साथ धोखाधड़ी की है.

Advertisement

सहायक पुलिस आयुक्त हार्दिक मकाडिया ने कहा कि मोहम्मद आमिर नाम के व्यक्ति को आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है.

एसीपी ने बताया कि आमिर और एक अज्ञात व्यक्ति ने मिलकर Natare's Cereal Packaging यानी NCP नाम से एक डमी कंपनी बनाई. इसी के नाम से उन्होंने बैंक में खाता भी खुलवाया. बैंक में खाता खुलने के बाद अखबार में विज्ञापन दिया गया, जिसमें लोगों से अकाउंट में राजनीतिक दल को चंदा देने और टैक्स में 100 प्रतिशत कर छूट की बात कही गई.

यह भी पढ़ें: PMC बैंक धोखाधड़ी मामला: जेल में बंद आरोपी सारंग वधावन और राकेश को मिली जमानत, जल्द होगी रिहाई

एनसीपी के लिए चंदा मांगने को लेकर अखबारों में विज्ञापन दिया, जिसके बाद 2 करोड़ 80 लाख रुपये इकट्ठे कर लिए. इसको लेकर आरोपियों ने करीब 10-15 लाख रुपये का कमीशन कमा लिया. पुलिस का कहना है कि आरोपी 5-10 प्रतिशत कमीशन लेने के बाद चंदे की राशि वापस कर देते थे. चंदा देने वालों से कहते थे कि वे पूरे अमाउंट पर टैक्स में छूट पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं.

एसीपी ने कहा कि डमी फर्म अहमदाबाद में रजिस्टर की गई थी, जहां चंदा देने वाले भी आए थे. उन्होंने कहा कि आरोपी ने नौकरी की तलाश कर रहे एक व्यक्ति के साथ भी धोखाधड़ी की. उससे एक बैंक खाता खुलवाया, जिसका इस्तेमाल डोनेशन के लिए किया गया.

Live TV

Advertisement
Advertisement