गुजरात के जूनागढ़ जिले में जहरीली शराब मिलाकर पीने से दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी, लेकिन जहरीली शराब के कारण मौत हुई है इस बात से इनकार किया. एडिशनल डीजीपी राजकुमार पांडियन ने बताया कि शहर के गांधी चौक इलाके में सोमवार शाम साढ़े सात बजे से साढ़े आठ बजे के बीच दो ऑटोरिक्शा चालकों रफीक धोधारी (45) और भरत पिधड़िया (40) की संदिग्ध तरल पीने के तुरंत बाद मौत हो गई.
गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं और ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर यह कहते हुए हमला किया कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल की भूमि 'नशे में' थी. राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि 'ड्राई स्टेट' गुजरात में कल फिर जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है. एक तरफ दिखावे की शराबबंदी, दूसरी ओर जहरीली शराब और ड्रग्स से लोग मर रहे हैं - रोजगार की जगह जहर दे रही है सरकार.
राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया, 'यह बीजेपी का 'गुजरात मॉडल' है! गांधी-सरदार की धरती को नशा हो गया है.'
पुलिस ने कराया पोस्टमार्टम
गुजरात में हुई इन मौतों के बारे में एडिशनल डीजीपी पांडियन ने कहा कि दोनों को जूनागढ़ सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. एडीजीपी ने पत्रकारों को बताया कि उनके पोस्टमॉर्टम से पता चला है कि मृतक के विसरा में जहरीला पदार्थ जमा हो गया था. उन्होंने आगे कहा, 'हमने तुरंत पदार्थ को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा. इसमें इथेनॉल और साइनाइड पाया गया. इसमें मेथेनॉल नहीं था, जो जहरीली मौत का संकेत होता.'
अब जांच में जुटी पुलिस
इसका मतलब कि दोनों ने शराब पीने से पहले उसमें जहरीला पदार्थ मिलाया था. अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि पीड़ितों को जहरीले तरल की आपूर्ति किसने की थी.
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 'हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या किसी ने उन्हें तरल पदार्थ पिलाया. हम पिछले तीन दिनों में पीड़ितों की आवाजाही और उनके मोबाइल फोन से कॉल डिटेल्स को ट्रैक करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच करेंगे.'