प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की बात 100 एपिसोड पूरे कर लिए हैं. इसको लेकर 30 अप्रैल को जहां एक ओर सत्ताधारी पार्टी की ओर से जश्न मनाया गया तो वहीं विपक्षी पार्टियों ने इसकी आलोचना भी की. इस बीच आम आदमी पार्टी के गुजरात अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने भी 'मन की बात' कार्यक्रम को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने एक बार के प्रोग्राम का खर्च 8.30 करोड़ रुपये बताया था. उनके इस ट्वीट को लेकर अहमदाबाद साइबर क्राइम ने एफआईआर दर्ज कर ली है.
इसुदान गढ़वी ने बीते 28 अप्रैल को जो ट्वीट किया था, उसमें लिखा था कि 'मन की बात' कार्यक्रम के एक एपिसोड का खर्च 8 करोड़ 30 लाख रुपये है और कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे हो चुके हैं यानी जनता के 830 करोड रुपये खर्च कर दिए गए. AAP नेता के ट्वीट के बाद पीआईबी फैक्ट चेक की ओर से इसका खंडन करते हुए इसे गलत बताया गया.
Claim: PM's one-day #MannKiBaat message costs 8.3 cr & 830 cr have been incurred so far on ads
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 30, 2023
▪️This Claim is #Misleading
▪️₹ 8.3 cr is total figure of ads for Mann ki Baat till said date, not for a single episode. Tweet assumes each episode is supported by ads. Which is false pic.twitter.com/oaYFYIgv1F
गुमराह करने के आरोप में FIR दर्ज
पीआईबी के ट्वीट के बाद इस मामले में जनता को गुमराह करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई. अहमदाबाद साइबर क्राइम ने इसुदान गढ़वी के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. क्राइम ब्रांच के एसीपी जीतू यादव ने कहा कि इस मामले में पूरी जांच की जाएगी. ट्विटर हैंडल इसुदान का ही है या किसी और का है. इसके अलावा ट्वीट किसने किया था, इसको लेकर भी जांच की जाएगी.
गृह मंत्री हर्ष सांघवी क्या बोले?
वहीं गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी का कहना है कि गुजरात में 650 पुलिस स्टेशन हैं, जिसे भी परेशानी होती है वो शिकायत दे सकता है. यह मामला भी इसी के तहत दर्ज किया गया है. इस मामले में अब जांच की जाएगी. हालांकि इस बीच इसुदान गढ़वी ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया है.