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विजय रुपाणी-नितिन पटेल की जोड़ी संग चुनाव लड़ने की बात कर रही बीजेपी, 27 दिन में लिया बदलाव का फैसला!

भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में अपना नेतृत्व बदल दिया है. विजय रुपाणी की जगह अब भूपेंद्र पटेल राज्य के मुख्यमंत्री होंगे. ये तब हुआ है जब बीजेपी कुछ दिन पहले विजय रुपाणी-नितिन पटेल की अगुवाई में चुनाव लड़ने की बात कर रही थी.

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विजय रुपाणी और नितिन पटेल की जोड़ी (फाइल फोटो: PTI)
विजय रुपाणी और नितिन पटेल की जोड़ी (फाइल फोटो: PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गुजरात में बीजेपी ने चेहरा बदल चौंकाया
  • किसी को नहीं लगी फैसले की भनक

गुजरात (Gujarat) में अगले साल विधानसभा चुनाव होने से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना मुख्यमंत्री बदल दिया. किसी को भनक तक नहीं लगी और गुजरात में विजय रुपाणी ने अपना इस्तीफा दिया और देखते ही देखते भूपेंद्र पटेल के रूप में राज्य को नया मुख्यमंत्री मिल गया. 

ये सब तब हुआ जब करीब 27 दिन पहले ही बीजेपी ने ऐलान किया था कि साल 2022 का चुनाव विजय रुपाणी और नितिन पटेल की जोड़ी के साथ ही लड़ा जाएगा.  

नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने जब से अहमदाबाद छोड़ दिल्ली की गद्दी संभाली है, तभी से ही गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के लिए नेतृत्व का संकट रहा है. नरेंद्र मोदी के जाने के बाद आनंदी बेन पटेल को कमान मिली, लेकिन उनके खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटा और फिर विजय रुपाणी को कमान मिली. अभी हाल ही में विजय रुपाणी ने बतौर मुख्यमंत्री पांच साल पूरे किए थे. 

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क्लिक करें: गुजरात: रुपाणी और नितिन पटेल के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी BJP, प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

तब (16 अगस्त) गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर. पाटिल ने बयान दिया था कि भारतीय जनता पार्टी विजय रुपाणी, नितिन पटेल की अगुवाई में ही चुनाव लड़ेगी. क्योंकि गुजरात में लंबे वक्त से नेतृत्व को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे, ऐसे में पार्टी ने कहा था कि दोनों ही नेता बेहतर काम कर रहे हैं इसलिए बदलाव की कोई ज़रूरत नहीं है. 

क्यों लेना पड़ा बीजेपी को ये फैसला?

साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जीत हासिल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी, तब विजय रुपाणी ही मुख्यमंत्री थे. इस बीच कोरोना संकट काल में राज्य सरकार के कामकाज पर काफी सवाल उठे, जिसके कारण विजय रुपाणी के प्रति गुस्सा बढ़ रहा था. वहीं, पटेल समुदाय की नाराजगी लंबे वक्त से बीजेपी के साथ बरकरार थी. 

ऐसे में तमाम समीकरणों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव से एक साल पहले ही मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया और पटेल समुदाय के भूपेंद्र पटेल को मौका दिया. बीजेपी पिछले कुछ वक्त में ही कर्नाटक, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बदल चुकी है. वहीं, असम में चुनाव बाद नेतृत्व परिवर्तन किया था. 

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