दलितों पर हो रहे अत्याचार के बाद आज गुजरात में धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों की संख्या सामने आई है. गुजरात विधानसभा में एक सवाल के जवाब में मिले जवाब चौंकाने वाले हैं. गुजरात सरकार ने बताया कि पिछले एक साल में गुजरात के 24 जिलों में धर्म परिवर्तन को लेकर 419 अर्जी राज्य सरकार के पास आई है.
गुजरात विधानसभा में आज ऊना कांड और भानुभाई की मौत का मामला उठा. दलितों पर हो रहे अत्याचार से जुड़े इस सवाल पर गुजरात सरकार ने धर्म परिवर्तन का आंकड़ा भी पेश किया.
हिंदू से दूसरे धर्म में परिवर्तन के लिए 419 अर्जी में से मुस्लिम धर्म के लिए 30 अर्जी, ईसाई धर्म के लिए 4 और सिख धर्म के लिये 1 अर्जी सरकार में की गयी है.
सरकार ने धर्म परिवर्तन की 142 अर्जी को स्वीकारा है. सबसे ज्यादा 149 धर्म परिवर्तन की अर्जी बनासकांठा जिले से की गई थी. इसमें से 2 अर्जी को सरकार ने स्वीकार किया है. सुरेन्दनगर जिले में से की गयी सभी 55 अर्जी को सरकार ने धर्म परिवर्तन की अनुमति दी गई है.
नर्मदा, गिर सोमनाथ, महीसागर, डांग, नवसारी, तापी ओर पाटन जिले में से एक भी अर्जी धर्म परिवर्तन के लिए सरकार के पास नहीं आयी है. वहीं ऊना कांड के पीड़ितों ने भी सरकार द्वारा जमीन देने का वादा पूरा नहीं करने पर नाराज होकर धर्म परिवर्तन करने की इच्छा जाहिर की है.