बीजेपी गुजरात के ओबीसी मतदाताओं को साधने की कवायद में जुट गई है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज 18 सितंबर को राज्य के खेड़ा जिले के फगवेल में ओबीसी सम्मेलन को संबोधित करेंगे. बीजेपी की ओबीसी मतदाताओं के बीच जगह बनाने की कोशिश के तौर पर इस रैली को देखा जा रहा है.
दरअसल गुजरात में पाटीदार समाज बीजेपी का परंपरागत वोट रहा है, लेकिन पटेल आरक्षण की मांग को लेकर फिलहाल नाराज है. बीजेपी ने पटेल समाज की नाराजगी को देखते हुए अपना ध्यान अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) पर केंद्रित किया है.
बीजेपी राज्य में जातिगत समीकरण साधने के मद्देनजर सोमवार को ओबीसी सम्मेलन है. इसमें अमित शाह समेत पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद होंगे.
बीजेपी इसके सम्मेलन के लिए ओबीसी लोगों के समक्ष यह स्पष्ट करेगी कि कांग्रेस अन्य पिछड़ा वर्ग विरोधी है. वह ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के मार्ग में बाधक रही है. कांग्रेस ने राज्यसभा में मूल विधेयक को पारित होने में बाधा डालने का काम किया. ओबीसी सम्मेलन में इन सारे मामलों पर अपना रुख रखेगी.
गुजरात में अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय की संख्या अच्छी खासी है और चुनाव में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. इसी मद्देनजर बीजेपी ओबीसी सम्मेलन कर रही है. ऐसे में बीजेपी ने डैमेज कंट्रोल के लिए ओबीसी वोट बैंक पर अपना ध्यान केंद्रित किया है. पिछड़ी जातियों की रैली में ठाकुर, पिछड़ी जाति, अपनी आजीविका को किसानों और छोटे किसानों के रूप में कमाते हैं, इस क्षेत्र में बड़ी संख्या है