गुजरात में इसी महीने होने वाले निकाय चुनाव से पहले ही बीजेपी में टिकटों को लेकर घमासान मच गया है. गुजरात में जल्दी ही अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर और भावनगर नगरनिगम के चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में बीजेपी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. जैसे ही भाजपा ने अपनी लिस्ट जारी की वैसे ही हंगामा शुरू हो गया. पूरे दिन राजकोट, अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत के बीजेपी दफ्तरों में आरोप-प्रत्यारोप और हंगामा चलता रहा.
अहमदाबाद में हालात यहां तक पहुंच गए कि 500 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता अपना विरोध जताने के लिए भाजपा के दफ्तर पहुंच गए. आनन-फानन में गुजरात में गृहमंत्री प्रदीप सिंह जड़ेजा को वहां जाकर डेमेज कंट्रोल करना पड़ा. इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद कार्यकर्ताओं से बातचीत की, उन्हें समझाया बुझाया. लेकिन भाजपा ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि जिन नामों की घोषणा की गई उन्हें बदला नहीं जाएगा
सूरत के बीजेपी दफ्तर में भी यही हाल रहा. यहां उत्तर भारतीय कार्यकर्ताओं की एक भीड़ ने मांग की कि उनके लोगों को भी टिकट दी जाए. यहां टिकट दूसरे लोगों को देने के कारण उत्तर भारतीय कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचा दिया. इन लोगों ने भाजपा कार्यालय से लेकर बीजेपी अध्यक्ष सी.आर.पाटिल के कार्यालय तक मार्च निकाला. लोगों ने मांग की है कि उन्हें पैराशूट उम्मीदवार नहीं चाहिए.
इसी प्रकार जामनगर में भी भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी रोष देखने को मिला. पिछले पांच टर्म से बीजेपी के कोर्पोरेटर रहे करशन करमुर जोकि जामनगर के डिप्टी मेयर भी रहे है, उन्होंने जामनगर बीजेपी से इस्तीफा देते हुए आम आदमी पार्टी का हाथ थाम लिया.
बीते दिन भी गुजरात के राजकोट में भी भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर हंगामा हुआ. हंगामा इतना हुआ कि आपस में गाली गलौच भी हुई. भाजपा में भले ही कार्यकर्ता टिकटों को लेकर संतुष्ट न हों लेकिन भाजपा की पूरी नजर है कि इस चुनाव में अपनी ताकत दिखा दी जाए.