गुजरात में 2017 के चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक मैदान में उठापठक तेज होती जा रही है. कांग्रेस भी चुनाव को ध्यान में रखते हुए सक्रिय भूमिका में आ गई है. जिसके मद्देनजर में मंलगवार को गांधीनगर में जन आक्रोश रैली निकाई गई और विधानसभा का घेराव किया गया.
गुजरात सरकार के खिलाफ सड़क पर कांग्रेस
भारी संख्या में सड़क पर उतरे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प के दौरान कुछ लोग विधानसभा के गेट तक पहुंचने में कामायाब रहे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के गेट नंबर 7 पर पहुंचकर कांग्रेस का झंडा लहराया. कांग्रेस नेता भरतसिंह सोलंकी का कहना है कि गुजरात में इन दिनों भय ओर भ्रष्टाचार का माहौल बन चुका है. जिसके खिलाफ जन आक्रोश रैली निकाली गई. यह विरोध विधानसभा में कांग्रेस के सभी विधायकों को सस्पेंड किए जाने और ऊना में दलितों को पिटाई मामले को लेकर था.
कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा तक पहुंचने में सफल
दरअसल विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी, साथ ही सदन में कांग्रेस विधायकों की ओर से मुख्यमंत्री की तरफ चूड़ियां उछाली गई. जिसके बाद तमाम विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंड विधायक जन आक्रोश रैली में शामिल होकर विधानसभा का घेराव करना चाहते थे. लेकिन भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की वजह से झड़प के बाद पुलिस से कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी, अर्जुन मोढवाडिया, शंकर सिंह और शक्ति सिंह को हिरासत में ले लिया. इसके बावजूद कांग्रेस के कई कार्यकर्ता विधानसभा के दरवाजे तक पहुंचने में कामयाब रहे. गुजरात के होम मिनिस्टर प्रदीप सिंह जाडेजा का कहना है कि कांग्रेस केवल वोट बैंक की राजनीति करती है.