गुजरात में हार्दिक पटेल की नाराजगी के बीच कांग्रेस का रुख भी सामने आने लगा है. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने साफ कर दिया कि हार्दिक पटेल ही पार्टी फोरम पर बात करने से बच रहे हैं. यही वजह है कि कई बार बैठक में बुलाए जाने के बावजूद वह नहीं पहुंचे. अब सही वक्त आने पर इस संबंध में फैसला लिया जाएगा.
दरअसल, चिंतन शिविर के बाद गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने हार्दिक पटेल के मुद्दे पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि सही वक्त पर पार्टी अपना फैसला लेगी. पार्टी उनकी नाराजगी को दूर करने के लिए तैयार है. उनसे बात करने के लिए ही कई बार बैठक में आने के लिए कह चुके हैं, लेकिन हार्दिक पटेल चर्चा के लिए बैठ ही नहीं रहे हैं.
इससे पहले गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अमित चावडाने ने हार्दिक पटेल के मामले में कहा था कि वे (हार्दिक) मीडिया में कहते हैं कि पार्टी ने मुझे कुछ नहीं दिया, लेकिन हकीकत ये है कि पार्टी ने उन्हें इतनी कम उम्र में कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया. बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है. इससे पहले प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा भी हार्दिक पटेल के मीडिया में बयान को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.
गौरतलब है कि हार्दिक पटेल कई बार पार्टी (कांग्रेस) लाइन से हटकर बयानबाजी करने से चर्चा में रहते हैं. वहीं, हार्दिक बीजेपी की तारीफ भी खुलकर करते रहे हैं. वैसे में हार्दिक पटेल के बीजेपी जॉइन करने की अटकलें लगातार चलती रहती हैं. लेकिन कांग्रेस अब हार्दिक पटेल को लेकर रुख साफ कर रही है. जिस तरह के बयान अब कांग्रेस के नेताओं की ओर से आ रहे हैं, उसे तो यही लगता है.
इसी बीच, हार्दिक पटेल ने खोडलधाम के अध्यक्ष नरेश पटेल के साथ मीटिंग की थी. नरेश पटेल को लेकर भी हार्दिक पटेल ने कहा कि नरेश पटेल जो भी फैसले लेंगे, वो उनके साथ होंगे. साथ ही ये भी साफ कर दिया था कि हां, मैं कांग्रेस से नाराज हूं. देखना दिलचस्प होगा कि नरेश पटेल कौन से राजनैतिक दल को जॉइन करते हैं या फिर किसी पार्टी में शामिल नहीं होते हैं. क्योंकि नरेश पटेल ने ये साफ कर दिया है कि वो आने वाले 5 से 7 दिन के अंदर अपने फैसले के बारे में बता देंगे.