गुजरात में लोकरक्षक दल यानी कि कॉन्स्टेबल भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होने के महज 24 घंटों के अंदर ही पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से 2 गुजरात बीजेपी के कार्यकर्ता हैं, जब कि एक डीजीपी ऑफिस में वायरलेस कर्मचारी के तौर पर काम करने वाला पुलिस सब इंस्पेक्टर है. वहीं गिरफ्तार की गई चौथी सदस्य महिला हॉस्टल की वार्डन है.
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार बीजेपी कार्यकर्ता मनहर पटेल अरवल्ली बीजेपी का सदस्य है, जबकि दूसरा शख्स मुकेश चौधरी बनासकांठा तहसील पंचायत का सदस्य है. पुलिस के मुताबिक मुकेश चौधरी और महिला रुपल शर्मा दोनों ही रविवार को लोकरक्षक दल का इम्तिहान दे रहे थे. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक यह पेपर 8 से ज्यादा लोगों को दिखाया गया था. पुलिस का कहना है कि पेपर लीक करने के लिए 5 लाख रुपये की डील हुई थी. इसमें से 1 लाख रुपये इम्तिहान के दिन देने थे, जबकि बाकी पैसे इम्तिहान के बाद देने थे.
पुलिस एफआईआर के मुताबिक लुनावाडा का रहने वाला यशपाल 29 दिसंबर को दिल्ली गया था, यहीं पर उसे पेपर मिला. यशपाल ने यह पेपर मनहर को दिया. मनहर के जरिए यह पेपर मुकेश चौधरी और रुपल शर्मा को मिला. पेपर की सत्यता जांचने के लिए रुपल शर्मा ने इसे भरत नाम के शख्स को भेजा. तब भरत ने बोर्ड के अध्यक्ष विकास सहाय को पेपर लीक होने की जानकारी दी. जांच में पाया गया कि पेपर सचमुच में लीक किया गया है.
बता दें कि मनहर पर पहले भी TET का पेपर लीक करने का आरोप है. पुलिस इस मामले में यशपाल और दूसरे संदिग्धों की जांच कर रही है, गांधीनगर के एसपी मयूर चावड़ा का कहना है कि इस मामले कि जांच गांधीनगर पुलिस के साथ-साथ, गुजरात एटीएस और अहमदाबाद क्राइम ब्रान्च भी शामिल है.
इस केस में गिरफ्तार पुलिस एसआई पीवी पटेल को सस्पेंड कर दिया गया है. बीजेपी ने भी आनन फानन में अपने दोनों पदाधिकारियों को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. बीजेपी के प्रवक्ता भरत पंड्या का कहना है कि जैसे ही उन्हें जानकारी मिली तुंरत गुजरात बीजेपी अध्यक्ष ने कार्रवाई की.
पुलिस ने इस पूरे मामले में अब तक 10 लोगों हिरासत में लिया है, साथ ही पुलिस दिल्ली के उस लिंक की भी जांच रही है जिसने यह पेपर लीक किया है. पुलिस को आशंका है कि इस रैकेट में कई बड़े नाम भी शामिल हो सकते हैं.