राफ़ेल डील पर संसद से लेकर सड़क तक कांग्रेस संग्राम कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस डील में साफ-साफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है और कहा है कि उन्होंने इस डील में अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया है.
हालांकि सूरत के एक परिवार को लगता है कि एक डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है. देश को इस बात को बताने के लिए इस परिवार अपने यहां हो रही एक शादी के कार्ड में राफेल से जुड़े पूरे आंकड़े छपवाये हैं और कहा है कि इस डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है. शादी का ये कार्ड देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चिट्ठी लिखकर इस परिवार की तारीफ की है. पीएम मोदी ने दूल्हे-दुल्हन को शादी की बधाई दी है और यह भी कहा है कि उनका ये भरोसा उन्हें और भी काम करने की प्रेरणा देता है.
गुजरात सूरत के रहने वाले युवराज पोखरन अपनी मंगेतर साक्षी अग्रवाल के साथ मंगलवार यानी की 22 जनवरी को विवाह के बंधन में बंधने जा रहे हैं. पेशे से इंजीनियर और आईआईटी की कोचिंग चलाने वाले युवराज पोखरन और साक्षी दोनों ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैन हैं. दोनों ने ये फैसला किया कि, वो अपनी शादी के कार्ड में एक तरफ शादी कि डिटेल छापेंगे तो दूसरी ओर राफेल की फोटो और लोगों को बताएंगे कि राफेल डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है.
शादी के इस कार्ड में 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी को वोट देने ओर उन्हें चंदा देने की अपील की गई है. युवराज पोखरन का कहना है कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैन हैं, इसलिए राफेल डील को लेकर शादी के कार्ड छपवाए हैं और शादी से पहले प्रधानमंत्री का लेटर उनके लिए शादी के गिफ्ट जैसा है.
अपनी शादी के कार्ड पर राफेल डील के बारे में सफाई छपवाने वाले युवराज पोखरन का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है वह सिर्फ प्रधानमंत्री को पसंद करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शाबासी चिट्ठी मिलने के बाद युवराज की होने वाली पत्नी साक्षी भी बेहद खुश हैं. साक्षी का कहना है कि हम चाहते थे कि वह अधिक से अधिक लोगों को राफेल डील की सच्चाई से वाकिफ कराएं इसलिए उन्होंने ऐसा कार्ड छपवाया.
कार्ड में लिखा गया है कि एक सामान्य एयरक्राफ्ट की तुलना हथियारों से लैस एयरक्राफ्ट से करना मूर्खता है. कार्ड में कहा गया है कि ऑफसेट ठेका 72 कंपनियों को दिया गया है जिनमें, डीआरडीओ, टाटा, महिन्द्रा, लार्सन एंड टूब्रो, गोदरेज समेत कई कंपनियां शामिल हैं, इनमें एचएएल भी शामिल है. इसमें कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दावों को भी फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने भी ठुकरा दिया है.