गुजरात के राजकोट में दलित की पीट-पीट कर की गई हत्या का मामला अभी थमा नहीं है. पुलिस ने इस मामले में अभी तक फैक्ट्री मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन सवाल है कि आखिर इस फैक्ट्री का मालिक है कौन.
दरअसल, राजकोट के बाहरी शापार इंडस्ट्रियल एरिया में रविवार को रडाडिया इंडस्ट्रीज के मालिक जयसुख रडाडिया और तीन अन्य कर्मचारियों ने 40 वर्षीय दलित व्यक्ति मुकेश सावजी वानिया की पीट-पीटकर हत्या कर दी, जबकि उसकी पत्नी की भी बेरहमी से पिटाई की गई थी.
जयसुख रडाडिया पाटीदार समाज से ताल्लुक रखते हैं, उनकी ये कंपनी 10 साल पुरानी है. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद से ही जयसुख इस कंपनी को चला रहे हैं. ये कंपनी कास्टिंग मशीनरी, CNC मशीन और CNC लेथ मशीन की मैन्यूफैक्चरिंग करती है. पुलिस को जयसुख का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है.
हालांकि, सवाल है कि क्या जयसुख ने मुकेश की पिटाई सिर्फ दलित होने की वजह से की. इसपर पुलिस का मानना है कि जयसुख को आशंका थी कि मुकेश कूड़ा उठाने के नाम पर उसके यहां चोरी करने आया था, जिस वजह से उसकी पिटाई की गई.
हालांकि, अहमदाबाद के मनोचिकित्सक का कहना है कि उसने पिटाई इसलिए की ताकि अन्य मजदूरों पर दबंगई दिखा सके.
आपको बता दें कि गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी ने दलित युवक की पिटाई का वीडियो ट्वीट किया था और सवालिया लहजे में कहा कि क्या यह है आपका 'विकास मॉडल'. वहीं BJP सांसद और दलित नेता उदित राज ने भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.