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गुजरात सरकार का दावा- दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से नहीं गई किसी की जान

बच्चों के वेंटिलेटर को भी बढ़ाकर 1000 किया जाएगा. वहीं ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी की मौत ना हो इसलिए इस बार ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता को 1150 मीट्रिक टन से बढ़ा कर 1800 मीट्रिक टन किया जाएगा. 

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विजय रुपाणी, सीएम, गुजरात (फाइल फोटो)
विजय रुपाणी, सीएम, गुजरात (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • तीसरी लहर के लिए तैयार गुजरात सरकार
  • सोमवार को पेश किया गया एक्शन प्लान
  • सरकार का दावा- दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी नहीं

कोरोना की दूसरी लहर कुछ दिनों पहले ही खत्म हुई है. लेकिन तीसरी लहर की आशंका अभी खत्म नहीं हुई है. इसी को देखते हुए सोमवार को गुजरात में तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए एक्शन प्लान पेश किया गया. इस दौरान गुजरात के डिप्टी सीएम और आरोग्य मंत्री नीतिन पटेल के जरिए ये दावा किया गया है कि कोरोना की दूसरी वेव में एक भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई थी.

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कोरोना की तीसरी लहर का एक्शन प्लान पेश करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दावा किया है कि सरकार अभी से तीसरी लहर की तैयारी में जुट गयी है. इसके तहत गुजरात में टेस्टिंग व्यवस्था को भी बढ़ाया गया है. गुजरात में टेस्टिंग की दैनिक क्षमता को बढ़ा कर 1.25 लाख किया गया है. टेस्टिंग और ट्रेसिंग के लिए हर एक जिले में मॉनिटरिंग सिस्टम बनाई गई है. 

मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि गुजरात में दूसरी वेव के दौरान ऑक्सीजन बेड की कैपेसिटी जहां 61 हजार थी, उसे तीसरी वेव की आशंका को देखते हुए बढाकर 1 लाख 10 हजार किया जाएगा. वहीं आईसीयू बेड जो वर्तमान में 15 हजार है, उसे बढ़ा कर 30 हजार किया जाएगा और वेंटिलेटर बेड जो 7 हजार है उसे बढ़ा कर 15 हजार किया जाएगा. 

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कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आशंका जाहिर की गई है कि यह बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है. वैसे में बच्चों के लिए 2000 बेड सरकारी अस्पताल में तैयार किए जाएंगे. जिसे जरूरत पड़ने पर 4 हजार बेड में तब्दील किया जा सकता है.

वहीं बच्चों के वेंटिलेटर को भी बढ़ाकर 1000 किया जाएगा. वहीं ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी की मौत ना हो इसलिए इस बार ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता को 1150 मीट्रिक टन से बढ़ा कर 1800 मीट्रिक टन किया जाएगा. 

 

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