पटेलों को आरक्षण देने से गुजरात सरकार ने इनकार कर दिया है, वहीं 25 अगस्त को पाटीदारों की रैली में पटेल समुदाय के नए और युवा नेता हार्दिक पटेल करीब 25 लाख लोगों के शामिल होने का दावा कर रहे हैं. यही नहीं, हार्दिक ने इस बाबत चेतवानी भी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो आने वाले दिनों में आंदोलन हिंसक हो सकता है.
गुजरात में पटेलों के आंदोलन के बीच सीएम आनंदीबेन पटेल ने संविधान और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला देते हुए उन्हें कोई भी आरक्षण देने से इनकार कर दिया है. पटेल समुदाय अपनी आगामी रैली को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देख रहा है. आरक्षण को अपना हक बताते हुए हार्दिक कहते हैं, 'अगर सुप्रीम कोर्ट किसी आतंकवादी की फांसी के लिए रात को तीन बजे खुल सकता है तो हम तो हमारे हक की मांग कर रहे हैं. हमें हमारा हक क्यों नहीं मिल सकता. 25 अगस्त को 25 लाख लोग पाटीदार रैली में हिस्सा लेंगे. कई लोगों ने आज से ही आना शुरू कर दिया है.'
'बंद कर देंगे दूध-सब्जी'
हार्दिक पटेल कहते हैं कि आगामी रैली एक शक्ति प्रदर्शन होगा और अभी तक देश में इतनी बड़ी रैली नहीं हुई होगी. वह कहते हैं, 'अगर हमारी मांग नही मांगी गई तो आने वाले दिनो में आंदोलन हिंसक भी हो सकता है. हम किसान के बच्चे हैं और हमारे समाज में ज्यादातर लोग किसान हैं. मांग नहीं मानी गई तो हम दूध-सब्जी बाजार भेजना बंद कर देंगे. और अगर फिर भी बात नहीं मानी गई तो हिंसा का मार्ग अपनाया जाएगा.'
अपने पूरे तेवर के साथ सरकार को सीधी चेतावनी देते हुए हार्दिक कहते हैं कि हम भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद के मार्ग पर चलेंगे. अगर रैली के दौरान कुछ होता हे तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी.