गुजरात में इस बार जहां अच्छी बारिश के चलते मूंगफली की फसल पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा होने से किसान खुश हैं. वहीं सरकार की तरफ से भी किसानों के लिए दिवाली से पहले एक खुशखबरी है. किसानों को अपनी फसल की बेहतर कीमत मिले, इसके लिए गुजरात सरकार के खाद्य और सामग्री विभाग ने एक अहम घोषणा की है.
सौ करोड़ रुपये सरकारी फंड से
गुजरात सरकार ने मूंगफली की फसल के लिए आधार कीमत तय कर दी है, इसमें सौ करोड़ रुपये सरकार अपने आपातकालीन फंड से देगी. किसानों की ये फसल सामग्री विभाग, नाफेड, गुजकोट, गुजकोमासोल और सीसीआई के जरिए तय बेस रेट पर खरीदी जाएगी.
किसानों का विरोध किया गया शांत
गौरतलब है कि कपास की फसल में किसान को अच्छे दाम ना मिलने के बाद मूंगफली बोने वाले किसानों का बेस रेट के लिए प्रदर्शन हो रहा था. इसी विरोध को शांत करने के लिए सरकार ने दिवाली से पहले ये फैसला लिया है. गुजरात के कृषि मंत्री चीमन छापरिया का कहना है कि मूंगफली , कपास और दाल की जो कीमत तय की जाती है, उसके हिसाब से सरकार इन फसलों को खरीदेगी.
राज्य में बारिश अच्छी होने की वजह से 2013 में जहां एक लाख मैट्रिक टन मूंगफली नाफेड ने बेस रेट पर खरीदी थी, वैसे ही इस साल भी एक लाख मैट्रिक टन मूंगफली राज्य सरकार के जरिए खरीदी जाएगी.