गुजरात के राजकोट जिले के गोंडल के रामराज्य जिनिंग मिल के गोदाम में लगी आग पर करीबन 24 घंटे बाद काबू पाया गया. जिनिंग मिल के गोदाम जो मूंगफली को स्टोर किया गया था, उसे किसानों के पास जमा किया गया था. सरकार ने किसानों के पास से 1575 रुपये देकर खरीदा था.
सूत्रों के अनुसार जिस रामराज्य जिनिंग मिल में गोदाम में आग लगी, वहां पर बिजली भी नहीं थी. ये शक जताया जा रहा है कि आग शॉक सर्किट से लगी होगी. इसके पीछे कांग्रेस एक बड़ी साजिश की बात कर रही है. कांग्रेस के जुनागढ़ के जिला अध्यक्ष हर्षद राबडिया का कहना है कि इस मामले में जुनागढ़ जिला कांग्रेस के सभी नेता विघायक और जिला अध्यक्ष ने जिला मजीस्ट्रेट को एक ज्ञापन 22 जनवरी को ही दिया था. उन्हें शक था कि आग या फसल के स्टॉक की चोरी हो सकती है.
35 किलो मूंगफली भरी होने के साथ ही करीबन दो लाख बोरियों में भरी मूंगफली आग के कारण खाक हो गई. 1575 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से समर्थन मूल्य पर खरीदी मूंगफली में 225 रुपये के खर्च के कारण सरकार को प्रति बोरी कीमत 1800 रुपये पड़ी. दो लाख बोरी की कुल कीमत 36 करोड़ होता है. कांग्रेस ने जैसे ही इस गोदाम में लगी आग को लेकर सरकार पर निशाना साधा तो सरकार ने भी आननफानन में आग की जांच को सीआईडी(क्राइम) को सौंप दिया.
इसे पहले कच्छ में भी मूंगफली के एक गोदाम में आग लगी थी. सवाल साफ है जब आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लगी तो आग लगी कैसे?