दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताजपोशी की तैयारी हो रही थी, तो दूसरी ओर पाकिस्तान की नापाक कोशिश जारी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात के कच्छ बॉर्डर से 2 पाकिस्तानियों ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसको बीएसएफ ने नाकाम कर दिया.
बीएसएफ ने एक पाकिस्तानी नाव और दो घुसपैठियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. इस घुसपैठ की खबर सामने आने के बाद इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. इससे पहले साल 2008 में मुंबई हमले को अंजाम देने वाले आतंकी समुद्र के रास्ते ही भारत में दाखिल हुए थे.
वहीं, जम्मू-कश्मीर के सोपोर में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैय्यबा के दो आतंकियों को ढेर कर दिया. आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम सात बजे दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. इस शपथग्रहण समारोह में करीब 6,500 मेहमान शामिल हो रहे हैं. इस शपथग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. भारत के अलावा बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान इस अंतरराष्ट्रीय संगठन के सदस्य हैं.
इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में पाकिस्तान को नहीं बुलाया गया है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने अपने शपथग्रहण समारोह में पाकिस्तान को न बुलाकर यह संकेत दिया है कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करता है, तो उसके साथ किसी भी तरह की वार्ता नहीं की जाएगी. हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्विटर और फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीत की बधाई दी थी.
इससे पहले जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, तो पाकिस्तान समेत सार्क देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था. साल 2014 में तत्कालीन पाकिस्तान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह में शिरकत करने भी आए थे.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथग्रहण करने से पहले गुरुवार सुबह राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक पहुंचे और उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ लेने के बाद 31 मई को विदेश नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी किसी समारोह से इतर दूसरे देशों के नेताओं के साथ वार्ता करते रहे हैं.