कच्छ के अंजार में उस समय हड़कंप मच गया जब 15 परिवारों की एक झोपड़ी में आग लगाकर सभी को जिंदा जलाने की कोशिश की गई. खत्री बाजार के पास मजदूरों की झुग्गियां हैं. जहां सुबह-सुबह एक सिरफिरे ने अचानक आग लगा दी. आग इतनी भीषण थी कि झोपड़ियों में रहने वाले परिवार सतर्कता बरतते हुए अपने परिवार, बच्चो को लेकर वहां से भाग गए. लेकिन मजदूर परिवार का सारा सामान जलकर नष्ट हो गया.
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मुफ्त में मजदूरी कराने का आरोप
अंजार के खत्री चौक के बीच झोपड़ी में रहने वाले बद्रीनाथ गंगाराम यादव की शिकायत के मुताबिक, अंजार में रहने वाला आरोपी मोहम्मद रफीक कुंभार अपने आसपास रहने वाले लोगों को मजदूरी के तौर पर ले जाता था. और वो उन्हें मजदूरी के पैसे नहीं देता था, फिर मजदूरों ने उसके साथ काम करने से इनकार कर दिया. जिससे शनिवार की रात रफीक भड़क गया और धमकी दी कि तुम्हारी झोपड़ियां जला दूंगा और तुम लोगों को जिंदा जला दूंगा.
रात को लोगों के सोते वक़्त लगाई आग
इस घटना के बाद रविवार की सुबह जब ऐसी झोपड़ियों में रहने वाले परिवार के बच्चे सो रहे थे तो अपराधी मोहम्मद रफीक ने पेट्रोलियम जैसा ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर झोपड़ियों में आग लगा दी. आग लगते ही अंदर मौजूद परिवार जान बचाकर बाहर भाग निकले. जैसे ही आग ने भीषण रूप धारण किया तो आसपास रहने लोग वहां पहुंच गए और दमकल टीम को आग के बारे में जानकारी दी. लेकिन जब तक दमकल की टीम पहुंचती तब तक सब जलकर खाक हो चुका था.
बेघर हुए सभी मजदूर
भीषण आग की वजह से सभी झोपड़ियां और अंदर के समान नष्ट हो जाने से बेघर हुए 15 परिवारों की मेहनत जमा पूंजी सब कुछ जल कर खाख हो गया. मजदूरों के बीच रहने वाली बिल्ली और बिल्ली के 7 बच्चे भी जलकर मर गए. इस आग से गुस्साए लोग पुलिस थाने पहुंचे और ऐसी जघन्य वारदात को अंजाम देने वालों के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की. आग लगाने वाले मौहम्मद रफीक के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच शुरू की.
इन झोपड़ियों में लगी भीषण आग में इंसानों की जान तो बच गई, लेकिन इन्हीं झोपड़ियों में रहने वाली 13 साल की पूजा ने रोते हुए कहा कि मुझे इस बात का दुख नहीं है कि मेरी खिलौने वाली गुड़िया जल गई, लेकिन इन झोपड़ियों के बीच एक दिन पहले ही दो बिल्लियों ने सात बच्चों को जन्म दिया था, वो बिल्ली और उसके सात बच्चे इस आग में जलकर मर गए.