गुजरात में नगर निगम के चुनावों में जीत के बाद तहसील पंचायत, जिला पंचायत और नगरपालिका चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जोरदार जीत मिली है. वहीं, कांग्रेस के लिए यह चुनाव भी निराशाजनक साबित हुआ है. हालांकि स्थानीय निकाय में पहली बार किस्मत आजमा रही असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और आम आदमी पार्टी ने अच्छी एंट्री मारी है.
तहसील चुनाव में राज्य में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी ने 4,771 सीटों में से 3,351 सीट पर कब्जा जमा लिया है. जबकि कांग्रेस को 1,252 सीटों पर संतोष करना पड़ा. आम आदमी पार्टी ने पूरे प्रदेश में 31 सीटों पर जीत हासिल की है.
तहसील पंचायत 4,771/4,771
बीजेपी - 3,351
कांग्रेस - 1,252
AAP - 31
निर्दलीय - 115
बीएसपी - 4
अन्य पार्टी - 16
इसी तरह जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी ने 979 सीट में से 800 सीट अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की है. लेकिन कांग्रेस के खाते में 169 सीटें गईं. आम आदमी पार्टी के खाते में 2 सीटें ही आईं.
जिला पंचायत- 979/979
बीजेपी - 800
कांग्रेस - 169
AAP - 2
अन्य पार्टी - 4
निर्दलीय - 3
बीएसपी - 1
नगरपालिका चुनाव की बात करें तो 2,720 सीटों में 2,085 सीट बीजेपी ने जीत ली तो कांग्रेस महज 386 सीट जीत सकी. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने 17 सीटों पर जीत हासिल की है. गोधरा नगरपालिका चुनाव में 44 सीटों में से ओवैसी की पार्टी ने 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जिसमें 7 ने जीत हासिल की.
नगरपालिका - 2,720/2,720
बीजेपी - 2,085
कांग्रेस - 386
AIMIM - 17
AAP - 9
बीएसपी - 6
एनसीपी - 5
एसपी - 14
अन्य दल - 24
निर्दलीय - 171
इसी तरह अरावली जिले के मोडासा नगरपालिका चुनाव में एआईएमआईएम के 12 में से 9 उम्मीदवार चुनाव जीत गए. इस जीत के साथ एआईएमआईएम ने कांग्रेस से विपक्ष का पद छीन लिया. मोडासा नगरपालिका की 9 सीट जीतने के साथ ही ओवैसी की पार्टी अब प्रमुख विपक्ष पार्टी हो गई है.
जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस की हार
जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी ने सभी 31 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस को खाता खोलने नहीं दिया. 29 जिला पंचायत में तो हाल यह रहा कि कांग्रेस के जीतने वाले सदस्यों की संख्या दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकी.
दूसरी ओर, बीजेपी के लिए यह पहला मौका है जब 31 जिला पंचायतों में जीत का शानदार परचम फहराया गया. पंचमहल में तो कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल पाई. वहीं तापी जिला पंचायत में पहली बार बीजेपी ने जीत दर्ज की. पिछले चुनाव की बात करें तो 31 जिला पंचायत में से कांग्रेस ने 22 जिला पंचायतों में जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी को सिर्फ 7 सीट ही मिली थीं.