गुजरात (Gujarat) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पूरा मंत्रिमंडल बदल रहा है. विजय रुपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) मुख्यमंत्री बनाए गए हैं. जबकि अब गुरुवार को पूरी नई कैबिनेट शपथ लेने जा रही है. भविष्य की तैयारियों को देखते हुए कैबिनेट में कई नए चेहरों को जगह मिली है, जबकि कुछ विधायक ऐसे भी हैं जो पहली बार चुनाव जीतकर आए हैं.
गुजरात की नई कैबिनेट में कौन-कौन हैं, जानें...
मुकेश पटेल
मुकेश पटेल सूरत के ओलपाड़ विधानसभा सीट से बीजेपी (BJP) के दूसरी बार विधायक हैं. मुकेश भाई पटेल 2012 में पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए थे और 2017 में दूसरी बार विधानसभा पहुंचे. मुकेश पटेल की पत्नी का नाम मीनाबेन है. हलफनामे में उन्होंने अपना पेशा बिल्डर बताया है.
किरीट सिंह राणा
किरीट सिंह राणा बीजेपी के टिकट पर पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं. किरीट सिंह राणा साल 1995 में पहली बार विधायक बने और उससे बाद से लगातार जीत दर्ज करते रहे. हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनाव में लिंबडी सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी चेतन खाचर के हाथों हार गए थे.
चेतन खेचर ने कांग्रेस और विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिसके बाद हुए उपचुनाव में किरीट राणा विधायक बने. इससे पहले 1998 से 2002 तक गुजरात में मंत्री रहे चुके हैं.
बृजेश मेरजा
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले बृजेश मेरजा को भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. वो 2017 के विधानसभा चुनाव में मोरबी सीट कांग्रेस के टिकट पर बीजेपी के प्रत्याशी कांतिलाल को मात देकर विधानसभा पहुंचे थे. हालांकि, पिछले साल कांग्रेस और विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए और उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर बृजेश मेरजा जीत दर्ज की.
अरविंद रैयाणी
राजकोट ईस्ट विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनने वाले अरविंद रैयाणी को भी कैबिनेट में जगह दी गई है. अरविंद रैयाणी का जन्म 4 जनवरी 1976 को हुआ है. अरविंद ने 2017 के विधानसभा चुनाव में रैयानी पहली बार राजकोट ईस्ट सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मितुल दोंगा को 23 हजार वोटों से मात दी थी.
नरेश पटेल
गुजरात की गणदेवी विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनकर आए नरेशभाई पटेल को भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट में जगह दी गई है. वह खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं. पटेल आरक्षण आंदोलन के डैमेज कन्ट्रोल के लिए बीजेपी ने उन्हें आगे किया था. 2017 के चुनाव में सवा लाख वोट हासिल कर वह विधायक बने. नरेश पटेल दसवीं तक पढ़े हैं.